वरुण गांधी का सरकार पर वार, बड़े लोगों के लोन हो रहे माफ, गरीब बेहाल
वरुण गांधी ने कहा कि देश में 70 लाख बाल श्रमिक है, ऐसे में हम किस विकास और न्याय की बात कर रहे हैं।
नई दिल्ली। सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने अमीरों की कर्जमाफी पर सवाल उठाया है। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि सरकारों को गरीब की चिंता है।
इलाहाबाद में बोले वरुण
वरुण गांधी ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित 'न्याय का वास्तविक अर्थ' संगोष्ठी में बोलते हुए उन्होंने कहा कि साल 2001 से अब तक देश में अलग-अलग सरकारों ने करीब तीन लाख करोड़ रूपये का कर्ज माफ किया है। इसमें से दो लाख करोड़ रूपये से ज्यादा का कर्ज देश की 30 बड़ी उद्योग घरानों पर बकाया था।
हमें जंतर-मंतर पर किसान नहीं दिखते
वरुण ने कहा कि हम अन्याय की बात करते है तो तमिलनाडु के उन किसानों को कैसे भूल सकते हैं, जो जंतर मंतर पर महीनों प्रदर्शन करते रहे।
हम बालश्रम से जूझ रहे हैं
वरुण गांधी ने कहा कि देश में 70 लाख बाल श्रमिक है, ऐसे में हम किस विकास और न्याय की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की एक तिहाई आबादी गरीबी रेखा से नीचे है, देश की एक फीसदी आबादी का 61 प्रतिशत संसाधनों पर कब्जा है। जबकि 90 फीसद लोगों के हिस्से में 14 प्रतिशत संसाधन आते हैं, तो फिर न्याय की बात झूठी लगती है।
अपने संसदीय क्षेत्र में आत्महत्या रोकने को उठाए कदम
वरुण गांधी ने इस दौरान कहा कि तीन साल पहले मैंने संकल्प लिया था कि मैं अपने संसदीय क्षेत्र में किसानों को आत्महत्या नहीं करने दूंगा। उन्होंने बताया कि मैंने फंडिंग के जरिये 22 करोड़ रूपये जुटाए और अपने कोष से दो करोड़ रूपये का योगदान भी किया। इस रकम से हम लोगों ने 4,000 से अधिक किसानों की कर्ज अदायगी कर उनकी मदद की है।
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