उत्तराखंड सीएम के स्टिंग से मिला मोदी सरकार को जीवनदान
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के सचिव का किसी शराब व्यापारी के साथ मिल कर कुछ लोगों ने स्टिंग किया। इस स्टिंग से सबसे बडा लाभ हुआ व्यापम घोटाले व ललित मोदी को शर्मनाक संरक्षण देने के प्रकरण में बुरी तरह से घिरी मोदी सरकार तथा भाजपा को जीवनदान मिल गया।
शराब माफिया का खेल
जानकार कहते हैं कि ताजा स्टिंग से समझ आ गया कि राज्य सरकार में शराब माफिया बेहद अहम बना हुआ। राज्य के पहले मुख्यमंत्री स्वामी से लेकर रावत सब शराब माफिया के इशारे पर काम करते हैं।
बेचारी जनता
परन्तु उत्तराखण्ड की जनता की स्थिति यह है कि जैसे बकरे की। उसको खानदानी कुख्यात कसाई काटे या नया कसाई। उसका तो खात्मा ही होना है। ऐसी ही स्थिति उत्तराखण्ड की जनता की है। शराब कोई भी बेचे बर्बाद तो उत्तराखण्ड को ही होना है।
सीएम का स्टिंग, उत्तराखंड बनता शराब का गटर
ये सब बर्बाद करने की तिकड्म कर रहे है। इसकी रक्षा की नहीं। अगर किसी को उत्तराखण्ड की रत्तीमात्र भी चिंता होती तो वह उत्तराखण्ड में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का ही काम करता।
चिंता नहीं
वरिष्ठ लेखक देव सिंह रावत कहते हैं कि मेरा मानना है कि उत्तराखण्ड में जनहितों की रक्षा करने के बजाय ये सभी सरकारें प्रदेश में शराब का गटर बनाने में तुली हुई हैं। इनको शराब से बर्बाद उत्तराखण्ड के भूत, वर्तमान व भविष्य की कोई चिंता नहीं। इन्हें केवल राजस्व चाहिए चाहे शराब से हो या मांस से हो, या प्रदेश के पर्यावरण व भू-भाग को जल समाधि दे कर बांध बनाने से मिले।