मुजफ्फरनगर रेल हादसा: आतंकी कनेक्शन नहीं, ऐसे पटरी से उतरी उत्कल-कलिंग एक्सप्रेस
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के पास खतौली में शनिवार को पटरी से कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे ट्रैक के पास मौजूद एक इंटर कॉलेज में घुस गए। यह हादसा कितना भीषण था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई लोगों को डिब्बे काटकर बाहर निकालना पड़ा। हादसे के तुरंत बाद यूपी सरकार ने तुरंत एटीएस को घटनास्थल पर रवाना किया। उस वक्त ऐसा कहा जा रहा था कि हादसे के पीछे आतंकी साजिश भी हो सकती है, लेकिन यूपी के गृह सचिव के ताजा बयान से साफ हो गया है कि रेल हादसे के लिए आतंकी नहीं बल्कि लापरवाही जिम्मेदार है।
हादसे के वक्त मरम्मत कार्य चल रहा था
चश्मदीदों के बयानों और अधिकारियों की बात से यह बात अब बिल्कुल साफ हो गई है कि हादसे के वक्त ट्रैक पर मरम्मत का कार्य चल रहा था। शुरुआती जांच के आधार पर जो तथ्य सामने आए हैं, उन्हें देखकर कहा जा सकता है कि ट्रेन के ड्राइवर को मरम्मत कार्य के बारे में पता नहीं था। हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड बहुत ज्यादा थी। रेल को आते देख ट्रैक पर मरम्मत कार्य कर रहे लोग भाग खड़े हुए। उनकी तो जान बच गई, लेकिन दुर्भाग्य से यात्रियों के पास भागने का मौका नहीं था।
आतंकी वारदात से किया इनकार
यूपी
के
गृह
विभाग
के
प्रधान
सचिव
अरविंद
कुमार
ने
कहा
कि
यह
मामला
आतंकी
वारदात
नहीं
लगता
है।
उन्होंने
किसी
भी
साजिश
से
इनकार
करते
हुए
कहा
कि
इसे
आतंकी
घटना
करार
नहीं
दिया
जा
सकता।
अरविंद
कुमार
ने
कहा
कि
ट्रैक
पर
मरम्मत
का
काम
चल
रहा
था,
जिसके
बारे
में
सूचना
देने
में
लापरवाही
बरती
गई।
हादसे
में
अब
तक
23
लोगों
के
मरने
और
40
के
घायल
होने
की
खबर
है।
अरविंद
कुमार
ने
बताया
कि
ट्रैक
पर
मरम्मत
कार्य
के
बारे
में
ड्राइवर
को
जानकारी
नहीं
थी।
अचानक
ब्रेक
लगाए
जाने
की
वजह
से
ट्रेन
पटरी
से
उतर
गई।
रेलवे और ओडिशा सरकार की ओर से मुआवजे का ऐलान
रेल मंत्रालय ने हादसे में मरने वालों के परिजनों को 3.5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये और मामूली घायलों को 25 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। वहीं, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने भी हादसे में मरने वाले राज्य के लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।