उत्कल एक्सप्रेस हादसा: रेलवे कर्मियों की इस गलती की वजह से पलटी ट्रेन
नई दिल्ली। यूपी के मुजफ्फरनगर के पास खतौली में शनिवार को कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में अब 23 लोगों के मरने की खबर है जबकि 40 से ज्यादा यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। इस हादसे में पहले आतंकी साजिश की आशंका जताई जा रही थी लेकिन शुरुआती जांच के आधार पर जो तथ्य सामने आए हैं उससे यह स्पष्ट हो गया है कि हादसे के लिए आतंकी नहीं बल्कि रेलवे कर्मियों की लापरवाही जिम्मेदार है।
ट्रैक में मरम्मत के बाद नहीं भरी गई मिट्टी
जिस ट्रैक पर हादसा हुआ उस ट्रैक की शनिवार सुबह ही मरम्मत की गई थी लेकिन मरम्मत के बाद दोबारा मिट्टी नहीं भरी गई थी। इसके बाद हुई बारिश से वहां गड्ढा हो गया और पटरी टूट गई। रेलवे कर्मी बिना प्रशासन को चेतावनी दिए और बिना ट्रैक को ब्लॉक किए दोबारा मरम्मत में जुट गए। पटरियों की वेल्डिंग का काम चल ही रहा था कि तभी ट्रेन आ गई। चूंकि मरम्मत के लिए कोई चेतावनी नहीं जारी की गई थी इसलिए ट्रेन ड्राईवर को इस बारे में कुछ भी नहीं पता था। ट्रेन को आते देख मरम्मत कर रहे रेलकर्मी तो भाग खड़े हुए लेकिन ट्रेन हादसे का शिकार हो गई।
'दोषी कौन, शाम तक बताएं'
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे अधिकारियों को शाम तक इस हादसे की जांच कर दोषी रेलकर्मियों की जबावदेही तय करने का आदेश जारी किया है। बता दें कि सुरेश प्रभु ने हादसे के तुरंत बाद ही इस मामले में जांच के आदेश दे दिया था। उन्होंने जिम्मेदार रेलकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
मोदी सरकार में हुए 27 रेल हादसे
बता दें कि मई 2014 में मोदी सरकार के सत्ता आने के बाद अब तक करीब 210 रेल हादसे हो चुके हैं। इन हादसों में 350 से ज्यादा यात्रियों की जान जा चुकी है जबकि 899 यात्री घायल हुए हैं। इस रेल हादसे के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सुरेश प्रभु की क्षमताओं पर सवाल उठाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की है।