अमेरिका समेत श्रीलंका, नेपाल और भूटान ने की अमरनाथ आतंकी हमले की निंदा
नई दिल्ली। सोमवार को अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर जो आतंकी हमला हुआ है अमेरिका ने भी उसकी कड़ी निंदा की है। अमेरिका ने कहा है कि वह हर तरह के आतंकी हमले के खिलाफ है। आपको बता दें कि सोमवार की रात अमरनाथ तीर्थयात्रियों से भरी एक बस जब अनंतनाग के रास्ते पर थी तो आतंकियों ने उस पर हमला किया। इस हमले में सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है और इनमें से पांच महिलाएं हैं।
सबसे पहले श्रीलंका से आई प्रतिक्रिया
भारत में अमेरिकी दूतावास की ओर से आतंकी हमले पर बयान जारी किया गया है। भारत में कार्यवाहक अमेरिकी राजदूत मैरीके लॉस कार्लसन ने बयान जारी किया है। मैरी ने ट्विटर पर लिखा है, 'अमेरिका हर तरह के आतंकी हमले की निंदा करता है। वह अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकी हमले की कड़ी आलोचना करता है। अमेरिका हमले में मारे गए और इससे प्रभावित लोगों के परिवारों वालों के साथ है।' अमेरिका के अलावा कुछ और देशों ने भी इस हमले की निंदा की है। श्रीलंका, नेपाल और भूटान ने भी हमले में मारे गए लोगों के लिए सांत्वना जताई है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघ ने इस आतंकी हमले को 'खौफनाक' करार दिया है। विक्रमसिंघे ने भी ट्विटर पर आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति सांत्वना जताई है। श्रीलंका पहला देश था जिसने आतंकी हमले में अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
भूटान और नेपाल भी
भूटान के विदेश मंत्री दामछो दोरजी ने ट्विटर पर लिखा, 'भूटान इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है जिसमें तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस को निशाना बनाया और सात लोगों की मौत हो गई। मेरी संवेदनाएं हमले के पीड़ितों और उनके परिवार वालों के साथ हैं।' वहीं नेपाल के विदेश मंत्रालय ने भी ट्विटर पर इस हमले में मारे गए लोगों के लिए संवेदनाएं जताई हैं। सोमवार को जो आतंकी हमला हुआ है उसके पीछे लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदार ठहराया गया है। हालांकि लश्कर की ओर से भी बयान जारी कर इस हमले की निंदा की गई और कहा गया है कि इस्लाम मासूमों की जान लेने की इजाजत नहीं देता है। जम्मू कश्मीर पुलिस का कहना है कि हमले के लिए पाकिस्तान का इस्माइल जो लश्कर का आतंकी है वह जिम्मेदार है। उसने ही इस हमले की साजिश रची थी।