UPSC में भेदभाव के विरोध में उग्र हुए छात्र, सरकार ने दिया धोखा, भेजे एडिमट कार्ड
गिरफ्तार
किया
गया
छात्रों
ने
आरोप
लगाया
है
कि
सरकार
हिंदी
भाषा
और
अन्य
भारतीय
भाषाओं
को
परीक्षा
में
जगह
नहीं
दे
रही
है
जिससे
भाषाओं
के
साथ
भेदभाव
हो
रहा
है।
छात्रों
का
आरोप
है
कि
परीक्षाओं
में
अंग्रेजी
भाषा
का
अधिक
से
अधिक
प्रयोग
किया
गया
है।
और
हिंदी
भाषा
का
स्तर
ठीक
नहीं
है।
ऐसे
में
भारतीय
भाषा
में
पढ़े
हुए
अभ्यार्थियों
को
काफी
दिक्कतों
का
सामना
करना
पड़
रहा
है
और
कई
बार
छात्र
एक
एक
नम्बर
कम
रह
जाने
की
वजह
से
परीक्षा
में
असफल
हो
जाते
है।
स्लेक्शन
में
इनको
वरियता
नाराज
चल
रहे
छात्रों
का
आरोप
है
कि
स्लेक्शन
तक
में
भेदभाव
किया
जा
रहा
है।
परीक्षा
उत्तीर्ण
करने
वाले
छात्र
जब
साक्षात्कार
तक
पहुंचते
हैं
तो
यह
उम्मीद
की
जाती
है
कि
आपकी
भाषा
अंग्रेजी
हो।
ज्यादातर
साक्षात्कार
अंग्रेजी
में
लिए
जाते
हैं।
छात्रों
का
आरोप
है
कि
अंग्रेजी
छात्रों
का
चयन
हो
रहा
है
बल्कि
हिंदी
छात्र
चयनित
नहीं
हो
पा
रहे
हैं।