शीतकालीन सत्र में सिर्फ दो दिन बचे, राज्यसभा में हंगामा बदस्तूर जारी
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होने महज दो दिन बाकी रह गये हैं लेकिन आज भी धर्मांतरण के मुद्दे पर राज्यसभा में जमकर हंगामा मचा हुआ है। विपक्ष अपनी इस मांग पर अडा हुआ है कि वह धर्मांतरण के मुद्दे पर पीएम अपना बयान दें। वहीं सरकार का कहना है कि वह विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए राजी है और अगर आवश्यकता पड़ी तो पीएम हस्तक्षेप करेंगे।
सरकार धर्मांतरण के मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है लेकिन अडियल विपक्ष के चलते आज भी राज्यसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह गंभीर मामला है और प्रधानमंत्री के अतिरिक्त कोई इस पर भरोसा नहीं दिला सकता।
इससे पहले आजाद जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनाव के प्रचार कार्यक्रम के कारण राज्यसभा की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले रहे थे। आजाद ने कहा, "जो धर्मातरण हो रहा है, मैंने एक अमेरिकी मंत्री का बयान पढ़ा है कि वे हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
आजाद ने कहा कि मोदी को देश को यह भरोसा दिलाए जाने की जरूरत है कि जनता और उनका धर्म सुरक्षित है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह सुझाव दिया कि आजाद को चर्चा सही तरीके से शुरू करनी चाहिए। हालांकि, विपक्ष एकबार फिर सभापति की आसंदी के नजदीक जमा हो गया।