यूपी में BJP की प्रचंड जीत से देश को मिला 54 हजार करोड़ का तोहफा
यूपी के चुनावी परिणाम और मोदी इंपैक्ट के चलते विदेशी निवेशकों का भारत में बढ़ा भरोसा, एफपीआई में जबरदस्त बढ़ोत्तरी
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी को जबरदस्त जीत हासिल हुई है उसका असर विदेशी निवेशकों में भी देखने को मिल रहा है। फॉरेन पोर्टफोलियो इंवेस्टर के ताजा आंकड़ों पर नजर डालें तो यह अब बढ़कर 54255 करोड़ रुपए पहुंच गया है। मार्च माह के आंकड़ों में जबरदस्त इजाफे ने साफ कर दिया है कि विदेशी निवेशकों का भारत में भरोसा बढ़ा है। विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर डेब्ट मार्केट में कुल 54255 करोड़ रुपए निवेश किए हैं जोकि अबतक की सबसे अधिक मासिक बढ़ोत्तरी है ।
विदेशी निवेशकों में मोदी इंपैक्ट
वहीं अगर इससे पहले के सबसे बड़े निवेश पर नजर डालें तो वर्ष 2014 के जुलाई माह में यह आंकड़ा 3604 करोड़ पहुंचा था, यह आंकड़ा प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के ठीक दो महीने बाद हासिल हुआ था। केंद्र में मोदी सरकार के आने से निवेशकों का भारत में भरोसा समय के साथ बढ़ता ही जा रहा है। वहीं मंगलवार तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो शेयर में कुल निवेश 30203 करोड़ था वहीं ऋण बाजार में कुल निवेश 24051.9 करोड़ है। यह भारत के शेयर और ऋण बाजार में अब तक का सबसे अधिक निवेश है।
निवेशकों मे बढ़ा भरोसा
बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि यह बढ़ोत्तरी मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजों के आने के बाद हुई है, यूपी के नतीजों ने भारत में सरकार की स्थिरता को और मजबूती दी है और जिस तरह से लगातार नीतियों में सुधार हो रहा है वह एफपीआई की बढ़ोत्तरी में सबसे अहम है। निवेशकों में यह भरोसा बढ़ा है कि यूपी में जीत के बाद केंद्र सरकार और भी बड़े सुधार के कदम उठाएगी।
मजबूत राजनीतिक सुधार का अंदेशा
एशियन इक्विटि स्ट्रैटेडिस्ट मनीषी रायचौधरी का कहना है कि एफपीआई में बढ़ोत्तरी साफ तौर पर देखी जा सकती है, इसके पीछे सबसे बड़ा योगदान मौजूदा सरकार है, हाल के राज्य के चुनावी नतीजों के बाद यह और मजबूत हुआ है, लोगों में यह भरोसा हुआ है कि मौजूदा सरकार सुधार के लिए और भी बड़े राजनीतिक कदम उठा सकती है, इसी के चलते एफपीआई में लगातार बढोत्तरी देखने को मिल रही है।
रुपया हुआ मजबूत
एफपीआई में बढोत्तरी लगातार दर्ज हो रही है, यह ऐसे वक्त में हो रहा है जब भारत के निवेशक अपना मुनाफा बना रहे हैं और बाजार उपर चढ़ रहा है। मार्च में मजबूत बढ़ोत्तरी ने सेंसेक्स में बीसएसी और निफ्टी को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचाया है, इसने ना सिर्फ भारतीय बाजार को मजबूत किया है बल्कि डॉलर की तुलना में रुपए को भी मजबूत किया है। बुधवार को सेंसेक्स 29531 पर बंद हुआ था जोकि 17 मार्च को अपने सबसे अधिकतम स्तर पर पहुंचा था। बुधवार को रुपए की स्थिति पर नजर डालें तो यह 17 महीनों के सबसे उंचे स्तर 64.9 पर पहुंचा गया है, इसके पीछे की बड़ी वजह है एफपीआई में बढ़ोत्तरी