षड्यंत्र की बात ही नहीं, जो कुछ किया खुल्लम खुल्ला किया- उमा भारती
बाबरी विध्वंस पर बोली उमा भारती, छिपाने की कोई बात ही नहीं जो कुछ किया खुल्लम खुल्ला किया, राम मंदिर आंदोलन में हिस्सा लेने पर गर्व है।
नई दिल्ली। बाबरी विध्वंस के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो बात कोर्ट ने कही है मैं उसपर विवेचना नहीं करना चाहती, यह कोर्ट का अपमान होगा। मैं एक ही बात कहना चाहती हूं कि यह सबकुछ खुल्लम खुल्ला था, मन, वचन और कर्म से मैं भव्य राम मंदिर निर्माण के पक्ष में हूं। उन्होंने कहा कि षड़यंत्र की बात तो तब होती जब मैं कुछ छिपाना चाहती, मैं गर्व से कहना चाहती हूं कि मैंने राम मंदिर के आंदोलन में हिस्सा लिया।
मेरा यह कहना है कि कोई साजिश नहीं थी सबकुछ खुल्लम खुल्ला था, मेरे जो मन, वचन और कर्म में था वह किया। मैंने आत्मविश्वास के साथ राम मंदिर आंदोलन में हिस्सा लिया था। मुझे राम मंदिर आंदोलन में भागीदारी के लिए गर्व का विषय रहा है। राम मंदिर का निर्माण हो उसके लिए जो भी करना पड़े उसके लिए मैं कुछ भी करुंगी
कोई माई का लाल नहीं रोक सकता राम मंदिर के निर्माण को
राम मंदिर के मुद्दे पर मुखर उमा भारती ने कहा कि राम मंदिर बनकर रहेगा इसे कोई माई का लाल नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए मेरी जो आस्था है वह पूरी तरह से मेरी निजी और व्यक्तिगत आस्था है। राम मंदिर बनने का अवसर आ गया है। कोर्ट ने जमीन पर अपना फैसला पहले ही दे दिया है, ऐसे में सिर्फ जमीन का विवाद रह गया है जोकि कोर्ट के बाहर भी सुलझ सकता है।
यह देश गाय, गंगा और तिरंगे का है
उमा भारती ने कहा कि यह देश गाय, गंगा और तिरंगे का है और जहां भी इसका अपमान होते देखुंगी इसके खिलाफ आवाज उठाउंगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या, गंगा और तिरंगा के लिए मैं कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हूं। जब तिरंगे के लिए मैंने मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ी थी तोअपराध प्रमाणित हो गया था, लेकिन अभी अपराध साबित होना है। केंद्र क्या मंत्री का भी पद छोड़ सकती हूं, गंगा, तिरंगा के लिए। राम मंदिर बनकर रहेगा, तिरंगा लहराकर रही थी और गंगा निर्मल होकर रहेगी।
आज जाउंगी अयोध्या
कोर्ट के फैसले के बाद बोलते हुए उमा भारती ने कहा कि मैं आज शाम को ही अयोध्या जाउंगी और राम लला का दर्शन करुंगी। उन्होंने कहा कि मैं सवेरे अयोध्या पहुंचुंगी और राम लला और हनुमान जी को अपना आभार दुंगी कि उन्होंने मुझे इतनी ताकत दी। उमा भारती ने कहा कि मैं सिर्फ राम मंदिर को बनते देखना चाहती हूं, गंगा को साफ देखना चाहती हूं और कश्मीर में तिरंगा फहराते देखना चाहती हूं। राम लला ने मुझे सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया है।
राम मंदिर के लिए जान भी दे सकती हूं
उमा भारती ने कहा कि मैं राम लला के लिए अभी इसी वक्त जेल जाने को तैयार हूं, मैं अपनी जान भी देने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि मै कोर्ट को भगवान मानने को तैयार हूं, अगर कोर्ट कहे तो मैं दो घंटे के भीतर जेल जाने को तैयार हूं। उमा भारती ने कहा कि कोर्ट ने अपना फैसला दे दिया है अब इस मामले की सुनवाई होगी वकील कोर्ट में अपनी जिरह करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट के फैसले पर अपनी कोई भी विवेचना नहीं करना चाहती हूं, यह कोर्ट का अपमान होगा।
कांग्रेस को दो टूक
कांग्रेस के इस्तीफे की मांग पर उमा भारती ने कहा कि 10 हजार सिखों की हत्या करने के समय राजीव गांधी के साथ सोनिया गांधी मौजूद थी ऐसे में सोनिया गांधी के खिलाफ भी मुकदमा चलना चाहिए, मैं कांग्रेस को कोई जवाब नहीं देना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिसके राज में हजारों लोगों की हत्या कराई गई, लाखों लोगों को बधिया कराया गया है, ऐसी कांग्रेस को मैं किसी भी तरह का जवाब नहीं देना चाहती हूं।
विवाद की शुरुआत बहुत पहले हो चुकी थी
जो वहां घटा था उसका माहौल वहां पहले ही बना दिया गया था, उस समय पर माता सीता को राम की बहन बताया गया था, जोकि हिंदुओं का सबसे बड़ा अपमान था। लेफ्ट ने उस वक्त ऐसा माहौल बनाया था कि हिंदू होना और राम का नाम लेना अपमानजनक बना दिया गया था। उस वक्त मीडिया हमे बदनाम करने से पीछे नहीं हटता था, लेकिन हमें लोगों का साथ मिल रहा था।