... जब मोदी की झलक पाने को थम गई ट्रेन भी
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दो दर्जन से अधिक जवान दोनों बोगियों तक पहुंच कर उनमें घुस गए। मालूम पड़ा कि मोदी को देखने के लिए ट्रेन रोकी गई है तो सुरक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली। लोगों में दिखी झलक पाने की ललकनरेंद्र मोदी का जादू बनारस की जनता ही नहीं पुलिस प्रशासन से लेकर वायुसेना तक के अधिकारियों में भी दिखा।
मोदी के बनारस पहुंचने के बाद उनके आसपास मौजूद सुरक्षाकर्मी कुछ इस तरह अपने मोबाइल से तस्वीरें खींच रहे थे कि उनके साथ मोदी भी कैमरे में कैद हो जाएं। जुलूस में शामिल शायद ही कोई सुरक्षाकर्मी होगा जिसने मोदी को अपने मोबाइल में कैद न किया हो।
मोदी का काफिला जब नदेसर होते हुए आइजी आफिस के समीप पहुंचा तो आइजी जोन दफ्तर में मौजूद सारे पुलिसकर्मी बाहर निकल आए। हर कोई अपनी आंखों के सामने से गुजर रहे मोदी को देखना चाह रहा था। आइजी ऑफिस के सामने मोदी ने गेट पर मौजूद पुलिसकर्मियों का अभिवादन भी किया।
आइजी ऑफिस से चंद कदम आगे ही मिंट हाउस-रेलवे स्टेशन मार्ग पर वायुसेना के तमाम अधिकारी भी मौजूद थे। हाथों में मोबाइल और डिजिटल कैमरे लिए अधिकारियों की आंखों में खुशी और समर्थन की चमक भी थी। मोदी सामने पड़े तो मोबाइल और कैमरे के फ्लैश चमकने लगे। वर्दी में अधिकारियों को देख मोदी भी अभिभूत हो गए और हाथ जोड़कर उन्हें नमस्कार किया तो जवाब भी उसी अंदाज में मिला।
वकीलों में भी देखने की ललकमोदी जब नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट की ओर आए तो सैकड़ों वकील उनके स्वागत को बाहर खड़े थे। विकास भवन, कलेक्ट्रेट और पुलिस ऑफिस में मौजूद अधिकारी भी मोदी को देखने के लिए अपने दफ्तर छोड़कर बाहर आ गए।