अनंतनाग में आतंकी बशीर लश्करी के जनाजे में उमड़ा हजारों लोगों का हुजूम
अनंतनाग। रविवार को अनंतनाग में लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर आतंकी बशीर लश्करी का जनाजा निकला। इस जनाजे ने यह साफ कर दिया कि आज भी घाटी में आतंकियों के लिए लोगों को मोह कम नहीं हुआ है। शनिवार को सेना ने एक एनकाउंटर में लश्करी को मार गिराया था। रविवार को हजारों लोग उसके जनाजे में उमड़े और लोगों ने उसके लिए अपना समर्थन जाहिर किया।
प्रार्थना सभा में आए हजारों लोग
जनाजे से पहले लश्करी के गांव कोकेरनाग के सोफ-शाली में एक प्रार्थना सभा हुई। इस प्रार्थना सभा में देश विरोधी नारे लगाए गए और फिर उसकी लाश को कब्रिस्तान में दफनाने के लिए ले जाया गया। सेना ने शनिवार को अनंतनाग में एक और सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन में लश्करी के अलावा एक और आतंकी मारा गया था। लश्करी ने अनंतनाग में एक आतंकी हमले को अंजाम दिया था और इस हमले में एसएचओ फिरोज अहमद डार समेत छह पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। इसके अलावा कश्मीर में शनिवार की रात ही एक प्रार्थना सभा हुई थी। इस प्रार्थना सभा में कई आतंकियों ने हिस्सा लिया। श्रीनगर में अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक की ओर से बंद बुलाया गया था। इस मौके पर दुकानें, बिजनेस और ऑफिससे बंद रहे।
पूरा कश्मीर हाई अलर्ट पर
पुराने और नए श्रीनगर में अथॉरिटीज ने कई तरह के प्रतिबंध लगाए हुए हैं। अथॉरिटीज के मुताबिक धारा 144 को नौहट्टा, एमआर गंज, रैनवाड़ी, खैनयार, सफाकदल, माइसुमा और कार्लखुद में लागू किया गया है। बताया जा रहा है कि एतिहायत के तौर पर श्रीनगर में धारा 144 लगाई गई है। आठ जुलाई को हिजबुल के आतंकी बुरहान वानी की पहली बरसी है और सुरक्षाबल किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। इंटेलीजेंस ब्यूरों की ओर से भी बुरहान की पहली बरसी पर हाई अलर्ट घोषित किया गया है।