कांग्रेस के वक्त में बांटे गए थे बड़े कारोबारियों को लोन, छोड़ने का सवाल ही नहीं: जेटली
बड़े कार्बोरियों को कांग्रेस के शासनकाल में बांटे गए थे लोन, लेकिन कर्ज छोड़ने का सवा ही नहीं।
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद विपक्ष सरकार को रोलबैक करवानी चाहती है तो वहीं वित्त मंत्री ने साफ कर दिया है कि नोटबंदी को किसी भी कीमत पर वापस नहीं लिया जाएगा। वित्त मंत्री ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बड़े कारोबारियों को लोन दिए गए थे। बड़े उद्योग घरानों की कर्जमाफी पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यह पूरी तरह झूठ है। यह लोन कांग्रेस सरकार के दौरान दिए गए थे। उन्होंने कहा कि किसी के लोन माफ नहीं किए गए हैं। केवल इतना है कि इन्हें परफॉर्मिंग ऐसेट से नॉन परफॉर्मिंग ऐसेट में बदल दिया गया है।
जेटली ने कहा कि कर्ज छोड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि विपक्ष इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से पहले बैंकिंग प्रणाली को समझेगा। इससे पहले गुरुवार को सरकार ने संसद में विपक्ष की प्रधानमंत्री की ओर से जवाब दिए जाने की मांग को खारिज कर दिया।
वित्त मंत्री ने विपक्ष के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि नोटबंदी की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति से जांच की जरुरत नहीं है। जेटली ने कहा कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वो पैसे लिए घबराएं नहीं। जेटली ने कहा कि आरबीआई के पास पर्याप्त पैसा है और जल्द ही एटीएम मशीनों से पैसे निकलने की प्रक्रिया सही हो जाएगी। उन्होंने कांग्रेस के बयान गैरजिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि एक राष्ट्रीय दल के नाते कांग्रेस को इसे बाधित करने के बजाय इसका समर्थन करना चाहिए।