तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा- ज्यादा पैसे को काला धन नहीं ,'अनकाउन्टेड मनी' कहिए
एक फोन कॉल के बाद तेलंगाना सरकार का बयान बदल गया।
नई दिल्ली। 500 और 1,000 के करेंसी पर लगे बैन पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि इसक फैसेल का स्वागत किया जाना चाहिए।
साथ ही अगर यह फैसला देश की आर्थिक स्थिति को स्वच्छ करने में सहायक है तो यह फैसला सही है।
राव ने यह सुझाव भी दिया कि ढाई लाख से ज्यादा की नकदी रखने वाले किसी व्यक्ति के धन को 'कालाधन' न कह कर 'अनअकाउन्टेड मनी' कहा जाना चाहिए।
संभावना जताई जा रही है कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान अपना सुझाव रख सकते हैं।
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तब राव ने कहा था
बता दें कि 8 नवंबर को जब नोटों का विमुद्रीकरण किया गया था तब राव और उनकी कैबिनेट के साथियों ने इस मुद्दे को संदेह की नजरों से देखा था और कहा था कि इससे तेलंगाना की अर्थव्यवस्था का भारी नुकसान हो सकता है।
लेकिन बृहस्पतिवार को सीएम राव की पीएम मोदी से फोन पर हुई बातचीत के बाद तेलंगाना सरकार के नजरिए में नाटकीय बदलाव हुआ।
फोन पर बात करने के बाद बदला मूड?
सीएम कार्यालय से जारी की गई एक प्रेस रिलीज में कहा गया कि, पीएम मोदी ने सीएम से कहा है कि शनिवार को संभावित बैठक के लिए वो दिल्ली में मौजूद रहें।
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गौरतलब है कि 8 नवंबर को राष्ट्र के नाम संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि आधी रात के बाद से यानी 9 नवंबर से मोदी सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोटों पर बैन लगा दिया है।
इनके बदले सरकार ने 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए हैं, जिन्हें किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर बदला जा सकता है।
यहां अभी चलेंगे नोट
हालांकि लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल पंप, दूध बूथ, अस्पताल, रेलवे बुकिंग काउंटर, हवाई टिकट काउंटर और बस स्टेशन जैसे स्थानों पर 24 नवंबर की आधी रात तक 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट चलाए जाने का आदेश दे दिया है।
वहीं 17 नवंबर को नए आदेश में आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने अब हर रोज 4500 रुपए को पुराने नोट से बदलने की सीमा को सरकार ने घटा दिया है।
अब सिर्फ 2000 रुपए एक बार में पुरानी नोट से बदला जा सकता है। ऐसा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पैसा पहुंचे इसलिए किया गया है।
कहा गया था कि केंद्र सरकार के ग्रुप सी तक के कर्मचारियों को सैलरी एडवांस में निकालने की अनुमति होगी, यह सीमा 10 हजार रुपए तक ही हो सकती है।