कभी समझदारी-कभी बेवकूफी दिखाते कश्मीरी नेता गिलानी
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी लगता अब कभी-कभी सोच-समझकर भी बोलने लगे हैं। उन्होंने पाकिस्तान के तहरीके- तालिबान तथा बोको हरम जैसे संगठनों को इस्लाम विरोधी करार दिया है।
हालांकि फिर वे भटकते भी हैं। याद नहीं आता कि उन्होंने इस तरह का समझदारी से भरा बयान पहले कब दिया था। श्रीनगर में एक धार्मिक कार्यक्रम में उन्होंने उक्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इन संगठनों के कृत्यों के चलते इस्लाम को लेकर गलत संदेश दुनिया में जाता है।
बांटना मुसलमानों को
हालांकि उन्होंने ये कहकर अपने बयान की गंभीरता को कम कर दिया कि इन संगठनों के पीछे अमेरिका और इजराईल का हाथ है। वे मानते हैं कि इन देशों के मकसद मुसलमानों को बांटना है।
इस्लाम से पहचान
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को शिया तथा सुन्नी के नाम पर बांटा जा रहा है। जबकि हम सब मुसलमान हैं। हमारी पहचान इस्लाम से है। उन्होंने इस मौके पर आरएसएस को भी कोसा। कहा कि ये भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती है।