सरकारी अस्पताल में सफाई कर्मचारी करते हैं इलाज
नोएडा। सरकारी अस्पतालों के प्रति सरकार की उदासीनता और मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ का इससे बेहतर उदाहरण क्या हो सकता है जहां मरीजों का इलाज डॉक्टर नहीं स्वीपर कर रहा हो। भारत जैसे देश में जहां गरीबी एक अभिशाप है और गरीबों को सरकारी अस्पताल के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। नोएडा के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के चलते स्वीपर मरीजों का इलाज करता है।
नोएडा के सेक्टर 30 मे 600 करोड़ की लागत के बाद बने एक सरकारी अस्पताल में अव्यवस्था और डॉक्टरों की कमी का यह आलम है कि यहां सफाई कर्मचारी ही मरीजों के लिए एकमात्र खेवनहार है। यह अस्पताल कुछ ही दिनों पहले बनकर तैयार हुआ है
मरीजों की सुध लेने के लिए यहां डॉक्टरों की तैनाती नहीं की गयी है ऐसे में सफाई कर्मचारी ही मरीजों का इलाज कर रहे है। सवाल यह उठता है कि अगर किसी मरीज की मौत हो जाती है तो इसकी जवाबदेही किसकी है।