अपने अभद्र भाषणों के लिए याद रहेगी स्वाभिमान रैली
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) पटना में रविवार को हुई स्वाभिमान रैली नेताओं द्वारा दिए गए बेहद अभद्र भाषणों के लिए लंबे समय तक याद किया जाएगा। हालांकि पहले लग रहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में डीएनए की बात कहकर बहुत बड़ी गलती की।
सही पहचाना मोदी ने
खां-म-खां बैठे बिठाए नीतीश कुमार को एक मुद्दा दे दिया। लेकिन की स्वाभिमान रैली में नेताओं की भाषा सुन लगा मोदी ने उन्हें एकदम ठीक पहचाना। जिस अभद्र शैली में कल मंच से बातें कहीं जा रही थी उससे यकीन हो गया कि वाकई इन नेताओं का डीएनए गड़बड़ है।
ये बिहार का विकास तो दूर, दस-पंद्रह सालों तक बिहार की जनता को मूलभूत सुविधाएं देने की अकल तक नहीं रखते। और तो और अब लोगों को कांग्रेस के डीएनए पर भी शंका होने लगी है।
इमरजेंसी की यातनाएं
जिस इमरजेंसी की यातनाओं ने जेपी और उस आन्दोलन के हजारों लोगों की जान ले ली, उस आन्दोलन के दो बड़े पुरोधा इमरजेंसी लगाने वाली इंदिरा गाँधी की बहू और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के साथ मंच साधा कर रहे थे। इस बीच, कल मोदी की भागलपुर रैली की तैयारी के लिए पटना स्थित भाजपा का वार रूम दिन-रात काम कर रहा है।
इसके लिए इधर काम करने वाले 150 आईटी इंजीनियर और मैनेजमेंट पेशवर दिन-रात काम में जुटे हुए हैं।इधर से रैली में आने वालों से लेकर इसकी व्यवस्था को देखा जा रहा है। रैली की तैयारी को बिहार भाजपा नेता भूपेन्द्र यादव, केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा रीतूराज सिन्हा देख रहे हैं।