स्टार बने कांग्रेस के सस्पेंड हुए एमपी, सोनिया-राहुल इम्प्रेस
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) कांग्रेस के जिन 44 में से 25 लोकसभा सांसदों को सोमवार को सस्पेंड किया गया वे देखते ही देखते स्टार बन गए हैं। वे कांग्रेस में खास हो गए हैं। उनकी पूछ बढ़ गई है।
क्या आपने पहले कभी विसेंट पाला(शिलांग), सीएल रुएला( मिजोरम), थोंकन मेनिया( ईस्ट मणिपुर) या एम.के राघवन(कोझिकोड़) का नाम सुना था? हो सकता है कि पहले आपने लुधियाना से रवनीत सिंह बिट्टू, जंगीपुर से अभिजीत मुखर्जी या मालदा दक्षिण से ए.एच.खान चौधरी के बारे में सुना हो।
पर ज्यादातर सांसद तो नेपथ्य में रहते थे। इन्हें तो मीडिया भी तरजीह नहीं देता था। अब ये इंटरव्यू दे रहे हैं। सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी इन्हें चाय तथा भोज पर बुला रहे हैं।
बहरहाल,कांग्रेस सांसदों पर कार्रवाई ऐसे समय में की गयी है जब ललित मोदी और व्यापमं घोटाले के मुद्दों पर कांग्रेस सदस्यों के प्रदर्शन के चलते मानसून सत्र बर्बाद हो चुका है। बता दें कि संसद से इससे पहले मार्च 1989 में सदन में विरोध प्रदर्शन के बाद विपक्ष के 58 सदस्यों को निलंबित किया गया था।
मैडम सोनिया ने पूछा: 'मन की बात' वाली पीएम मोदी 'मौन' क्यों हैं
इस बीच, वरिष्ठ पत्रकार शकील अख्तर ने बताया कि वे कल लोकसभा से निकले ही थे कि गुजरात के एक बड़े नेता मिल गए। राज्यसभा से हैं, पूछा क्या सोनिया, राहुल को भी निकाला? मना करने पर बोले, अभी गुजरात माडल पूरी तरह लागू नहीं हुआ है।
हालांकि कांग्रेस के एक नेता का कहना था कि राहुल-सोनिया ही नहीं, तमाम विपक्ष को बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा। अध्यादेश के जरिये सरकार चलायी जायेगी। कोई भी प्रक्रिया एक साथ नहीं उठाई जाती। गुजरात मॉडल लागू होगा, लेकिन किस्तों में।