मोदी सरकार के तीन साल पर सर्वे, आज चुनाव हुआ तो किसकी बनेगी सरकार
मोदी सरकार के तीन साल पर एबीपी न्यूज और सीएसडीएस ने सर्वे किया है, जिसमें सरकार को लेकर लोगों का रुख पूछा गया है। इसमें 1 से 15 मई तक लोगों से सवाल पूछे गए हैं।
नई दिल्ली। तीन साल पहले भारी बहुमत से केंद्र में आई मोदी सरकार के 26 मई को तीन साल पूरे हो रहे हैं। इस पर एबीपी न्यूज और सीएसडीएस ने सर्वे किया है, जिसमें सरकार को लेकर लोगों का रुख पूछा गया है। इसमें 1 से 15 मई तक लोगों से सवाल पूछे गए हैं।
देश में फिर से मोदी सरकार
देश में इस वक्त चुनाव हो तो 2014 जैसी कामयाबी मोदी को मिल सकती है। सर्वे के मुताबिक आज चुनाव हो तो 45 फीसदी वोट एनडीए को और यूपीए को 27 फीसदी वोट मिल रहे हैं। कुल 543 में से आज चुनाव हो तो 331 एनडीए को, यूपीए को 104, जबकि अन्य को 108 सीटें मिल रही हैं। 2014 की बात की जाए को एनडीए को तब 335, यूपीए को 60 जबकि अन्य को 148 सीटें मिली थीं।
उत्तर भारत की 151 सीटें
उत्तर भारत की 151 लोकसभा सीटों पर अगर आज की तारीख में चुनाव हों तो एबीपी और सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक एनडीए को 50 फीसदी, यूपीए को 18 और अन्य को 32 फीसदी वोट मिल रहे हैं। 151 सीटों में से भाजपा को 116, कांग्रेस को 15 जबकि अन्य को 20 सीटें मिल रही हैं। बात 2014 करें तो इन 151 सीटों में से एनडीए को 131, यूपीए को 6 जबकि अन्य को 14 सीटें मिली थीं। इन 151 सीटों में उत्तर भारत के यूपी, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा राज्य की सीटें हैं।
पूर्वी भारत में एनडीए को फायदा
सर्वे के मुताबिक पूर्वी भारत में एनडीए को 2014 के मुकाबले फायदा मिल रहा है। अगर आज चुनाव हो तों इस क्षेत्र की 142 लोकसभा सीटों में से भाजपा को 71 और कांग्रेस को 25 सीटें मिल रही हैं, वहीं 2014 में यहां से एनडीए को 55 और कांग्रेस को 22 सीटें मिलीं थीं। वहीं सर्वे में अन्य को इस समय 46 सीटें मिल रही हैं, जो 2014 से 19 कम हैं। इन 142 सीटों में पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड, बिहार और असम की सीटें हैं।
पश्चिम-मध्य भारत का मूड
सर्वे के मुताबिक, पश्चिम-मध्य भारत की बात करें तो यहां 118 सीटें हैं। इन 118 सीटों पर एनडीए को 56 फीसदी और यूपीए को 36 फीसदी वोट मिल रहे हैं। सीटों की बात की जाए तो 118 सीटों में से एनडीए को 105, यूपीए को 12 जबकि अन्य को सिर्फ एक सीट मिल रही है। 2014 के मुकाबले एनडीए को 4 सीटें कम मिल रही हैं, जबकि यूपीए को 3 सीटों का फायदा हो रहा है। जिन राज्यों में ये सीटें आती हैं, वो हैं महाराष्ट, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़।
दक्षिण भारत में कौन भारी
दक्षिण भारत में 132 लोकसभा की सीटें हैं। यहां एनडीए को 33 फीसदी जबकि कांग्रेस को 34 फीसदी वोट मिल रहे हैं। अन्य को भी 33 फीसदी वोट मिल रहे हैं। सीटों की बात की जाए तो एनडीए को 39, यूपीए को 52 और अन्य को 41 सीटें मिल रही हैं। 2014 के मुकाबले एनडीए को एक सीट का नुकसान, यूपीए को 29 का फायदा जबकि अन्य को 28 सीटों का नुकसान है।