निठारीः मां-बाप की आंखों में इंसाफ की आस आज भी है
मेरठ। मारे गए बच्चों के मां-बाप की आंखों इंसाफ की आस आज भी है लेकिन निठारी के दरिंदों को अभी तक सजा नहीं मिली है। गौरतलब है कि फांसी की सजा टलने के बाद नन्हें बच्चों को खूंखार दरिंदे की तरह चबा जाने वाले सुरेंद्र कोली की फांसी की सजा टाल दी जाने के बाद मेरठ की डासना जेल वापस भेज दिया गया है। आपको बता दें कि सुरेंद्र ने कई बच्चों को मार डाला था। बताया जाता है कि कोली और उसका साथी मालिक बच्चों को मारने के बाद खाते भी थे।
एनडीटीवी चैनल ने खबर दी है कि जेल प्रशासन ने दोपहर में कोली को डासना जेल ले जाने के संबंध में मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी और इस पूरे अभियान को बेहद गोपनीय तरीके से संचालित किया गया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मोहम्मद हुसैन मुस्तफा रिजवी ने कोली को डासना जेल भेजे जाने की पुष्टि की है। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने कोली की फांसी की सजा पर 29 अक्टूबर तक रोक लगा रखी है।