नोटबंदी पर बोले चीफ जस्टिस- मामला बेहद गंभीर, अब तक आईं 13 याचिकाएं
इन याचिकाओं में केंद्र सरकार की वह याचिका भी शामिल है जिसमें सभी मामलों को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर करने की अपील की गई है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से नोटंबदी की घोषणा किए जाने के बाद से अब तक देश की अलग-अलग अदालतों में इसके खिलाफ याचिका दी जा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अपने आदेश में कहा है कि सभी याचिकाओं पर सुनवाई 2 दिसंबर को होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा इन याचिकाओं में केंद्र सरकार की वह याचिका भी शामिल है जिसमें सभी मामलों को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर करने की अपील की गई है।
चीफ
जस्टिस
ने
कहा-
देखेंगे
मामला
चीफ
जस्टिस
टीएस
ठाकुर
ने
मामले
की
सुनवाई
करते
हुए
कहा
कि
गंभीर
विषय
है।
उन्होंने
कहा,
'देखते
हैं,
हम
क्या
कर
सकते
हैं।
यह
एक
गंभीर
मुद्दा
है।'
इस
मामले
में
सुप्रीम
कोर्ट
और
अलग-अलग
हाईकोर्ट
में
कुल
13
जनहित
याचिकाएं
आ
चुकी
हैं।
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'भुखमरी
का
शिकार
हो
रहे
हैं
लोग'
एक
याचिकाकर्ता
की
ओर
से
पेश
हुए
कांग्रेस
नेता
और
वरिष्ठ
वकील
कपिल
सिब्बल
ने
कोर्ट
से
कहा
कि
फैसले
का
लोगों
पर
गंभीर
असर
पड़ा
है।
लोग
सब
कुछ
छोड़कर
बैंकों
के
बाहर
लाइन
पर
खड़े
हैं
और
पैसों
की
कमी
की
वजह
से
भुखमरी
के
कगार
पर
पहुंच
गए
हैं।
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अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने बताया कि उन्होंने नोटबंदी के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सरकार की ओर से एक हलफनामा दायर किया है।