रविशंकर ने कहा- आर्ट ऑफ लिविंग पर नहीं, NGT पर लगे जुर्माना
यमुना तट पर विश्व सांस्कृतिक उत्सव आयोजित कराने वाली संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के खिलाफ NGT ने जुर्माना लगाया है।
नई दिल्ली। बीते साल 2016 के मार्च में विश्व सांस्कृतिक उत्सव के दौरान यमुना नदी को प्रदूषित करने के आरोप पर अपनी संस्था ऑर्ट ऑफ लिंविंग के खिलाफ जुर्माना लगाए जाने पर श्री श्री रविशंकर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
सरकार और राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (NGT) पर आरोप लगाते हुए रविशंकर ने कहा कि जुर्माना इन पर लगाया जाना चाहिए। उनका कहना है कि संस्था ने सभी जरूरी निकायों से मंजूरी ली थी। इतना ही नहीं NGT को भी कार्यक्रम के दो माह पहले कार्यक्रम स्थल की स्वीकृति के लिए आवेदन किया गया था।
रविशंकर ने कहा है कि अगर NGT चाहता तो वो कार्यक्रम को रोक सकता था। उन्होंने कहा कि यह गलत है कि इतने अच्छे आयोजन और बिना किसी नियम के उल्लंघन के भी जुर्माना लगाया गया। जो एक तमाचा है।
रविशंकर ने कहा...
रविशंकर ने कहा कि अगर यमुना की स्थिति इतनी ही खराब है तो कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की प्रशंसा की जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा लग रहा है जैसे कोई अपराध कर दिया गया है।
रविशंकर ने दिल्ली में जारी एक बयान के जरिए कहा है कि उनका मकसद यमुना को बचाना था। उन्होंने कहा कि ऑर्ट ऑफ लिविंग ने 27 नदियों को को पुनर्जिवित किया है। 71 लाख पेड़ लगाए हैं। ऐसी संस्था को यमुना को खत्म करने वाला बताया जा रहा है। संस्था के खिलाफ लगाए गए जुर्माने को दुर्भावना बताते हए कहा कि आरोप गलत है।
ये भी पढ़ें: ऐसे बनाएं अपने बच्चे को आधार स्टार, केवल 4 दिन बाकी