IIT प्रोसेसर्स की टीम ने बनाया खास सॉफ्टवेयर, 20 नहीं सिर्फ 5 मिनट में तैयार होगा रेलवे टाइम टेबल
आईआईटी के प्रोफेसर्स की एक टीम ने ऐसा एल्गोरिद्म तैयार किया है, जिसकी मदद से रेलवे के अधिकारियों को रेलवे टाइम टेबल बनाने में 15-20 दिन का समय लगाने के बजाए, सिर्फ 5 मिनट लगेगा।
मुंबई। यूं तो रेलवे का टाइम टेबल तैयार करने में रेलवे के अधिकारियों को 15-20 दिन का समय लग जाता है, लेकिन अब रेलवे का टाइम टेबल सिर्फ 5 मिनट में तैयार हो जाएगा। यह मुमकिन किया है आईआईटी प्रोफेसर्स की एक टीम ने, जिन्हें अब रेलवे का हर अधिकारी धन्यवाद अदा करेगा। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) के प्रोफेसर्स की एक टीम ने सेंट्रल रेलवे के साथ मिलकर एक ऐसा एल्गोरिद्म तैयार किया है, जिसकी मदद से अब रेलवे के अधिकारियों को रेलवे टाइम टेबल बनाने में 15-20 दिन का समय लगाने के बजाए, सिर्फ 5 मिनट लगेगा।
इस एग्लोरिद्म का इस्तेमाल करके प्रोफेसर्स ने एक सॉफ्टवेयर बनाया है, जिसके जरिए यह मुमकिन होगा। टीम ने इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके एक ऐसा पीरियोडिक टाइम टेबल तैयार किया है, जो रेलवे स्टाफ के लिए एक वरदान है। सेंट्रल रेलवे ने बताया कि आईआईटी प्रोफेसर्स के साथ करीब 2 सालों तक लगातार काम करने के बाद यह सफलता हासिल की जा सकी है। प्रोफेसर रंगराज के अनुसार इस सॉफ्टवेयर की मदद से रेलवे को किसी भी रूट पर ट्रेनों की संख्या तय करने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी। प्रोफेसर्स की टीम को उम्मीद है कि जल्द ही भारतीय रेलवे इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना शुरू कर देगा। ये भी पढ़ें- राजीव बजाज बोले- इनोवेशन का गला घोंटने से मेड इन इंडिया बन जाएगा मैड इन इंडिया
इस नए सॉफ्टवेयर की मदद से रेलवे टाइम टेबल बनाने में लगने वाला समय बच सकेगा। इसके अलावा टाइम टेबल बनने के बाद ट्रेनों में बोगियों की बदलती संख्या और ट्रोनों का उनके तय प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध न होने जैसी समस्याओं से भी निजात मिलेगी। गुरुवार को प्रोफेसर नारायण रंगराज, प्रोफेसर मधु बेलूर, एम टेक स्कॉलर सौम्या दत्ता और सेंट्रल रेलवे के डिप्टी चीफ ऑपरेशंस मैनेजर के एन सिंह की टीम ने रेलवे के सामने इस सॉफ्टवेयर का प्रजेंटेशन दिया।