कांग्रेस का नेहरु के बहाने मोदी से मुकाबला
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव के हार के बाद कांग्रेस अपने आप को पुर्नजीवीत करने में जुटी हुई है। कांग्रेस चुनावी हार के बाद 14 नबंवर को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु की जयंती के बहाने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर हमला कर रही है।
कांग्रेस नेहरु के बहाने अपनी डूबती नैया को उबारने में जुटी है तो मोदी पर हमला कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराने में जुटी हुई है। मोदी ने नेहरु और इंदिरा गांधी के जयंती के मौके पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों का दिल जीत लिया तो कांग्रेस के मन में डर बैठ गया है कि मोदी उनकी विरासत चुरा रहे है।
ऐसे में अब विरासत पर सियासत शुरु हो गई है। कनेहरु की विरासत पर कांग्रेस खुद का पुर्नजीवीत करने की कोशिश में वो मोदी पर हमले कर रही है। बाल दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित नेहरु जयंती के मौके पर कांग्रेस नेहरु का गुणगाण करने से ज्यादा मोदी पर हमले करती रही। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सांप्रदायिकता का ‘जहर' फैलाने का आरोप लगाया और पार्टीजन से उन लोगों का मुकाबला करने को कहा जो जवाहरलाल नेहरू के ‘उदार भारत' को कथित रूप से तहस नहस करने पर तुले हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी पर नेहरु के सपने को मिटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा नेहरु के सपने को मिटाने की कोशिश हो रही है। नेहरु के बहाने उन्होंने मोदी के मिशन पर हमला किया।
वहीं राहुल गांधी भी मोदी पर आक्रमक दिखे। उन्होंने मोदी के सफाई अभियान को फोटो शूट करार दिया। मोदी के हिंदी प्रेम पर भी राहुल ने हमला किया। कांग्रेस के मोदी पर ये हमले साफ बता रहे थे कि वो अपने अस्तित्व को लेकर चिंतिंत है। ऐसे में नेहरु को हथियार बनाकर मोदी पर हमले कर रही है।