सोशल मीडिया पर छाया 'बिलावल - राहुल' जोक्स
बेंगलौर। पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पुत्र और पीपीपी की नई पीढी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी के पूरे कश्मीर को भारत से आजाद कराने के बयान के बाद तमाम सोशल साइट्स पर बिलावल के जोक्स की जैसे बाढ़ आ गयी है। एक ओर भारत के सभी राजनीतिक पार्टी जहां बिलावल के बयान की निंदा कर रहे हैं, वहीं आम लोग बिलावल पर फब्ती कसने से बाज नहीं आ रहे।
लेकिन बिलावल पर बने जोक्स का सबसे ज्यादा हिस्सा बन रहे हैं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी। कई पोस्ट में लोग बिलावल को पाकिस्तान का राहुल गांधी बता रहे हैं तो कई में उनकी आईक्यू की तुलना अभिनेत्री आलिया भट्ट से की जा रही है।
गौरतलब है कि बिलावल एक ऐसे राजनीतिक घराने से आते हैं, जो पाकिस्तान में काफी लोकप्रिय रही है। बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। उनकी ख्याति विश्व स्तर पर सर्वप्रमुख महिला नेता की थी। लेकिन 27 सितंबर 2007 को एक चुनाव के बाद पाकिस्तान में उनकी हत्या कर दी गई। जिसके बाद बिलावल भुट्टो जरदारी को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष बना दिया गया।
ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई करने वाले बिलावल भुट्टो से पाकिस्तान को काफी उम्मीदें थी। ठीक उसी तरह जिस तरह भारत के लोगों को राहुल गांधी से उम्मीदें थी। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी की राजनीति में एंट्री काफी धमाकेदार तरीके से हुर्ई, लेकिन अंत में लोगों को उनसे घोर निराशा हाथ लगी। आज न उनकी बातें लोगों को भाती है, न राहुल पर उनका भरोसा रह गया है।
दोनों ही चेहरे ऐसे राजनीतिक घरानों से हैं, जिन्होंने वर्षों तक राजनीति में नाम कमाया है। लिहाजा, लोगों को इनका इंतजार था। दोनों ने ही विदेश से पढ़ाई पूरी की है, लेकिन लोगों की उम्मीदों पर कभी खड़े नहीं उतर पाए। राजीव गांधी और बेनजीर भुट्टो के व्यक्तित्व की लोग मिसालें देते थे। जबकि दोनों के राजनीतिक करियर की शुरूआत अचानक ही हुई थी। जहां इंदिरा गांधी की आकस्मिक हत्या के बाद राजीव गांधी को राजनीति में कूदना पड़ा, वहीं बेनजीर ने भी जुल्फिकर अली भुट्टो के मृत्यु के बाद राजनीतिक कमान संभाली थी।
बहरहाल, सोशल मीडिया पर 'बिलावल और राहुल' जोक्स से तो यकीन कर पाना मुश्किल है कि एक के हाथ में कांग्रस और दूसरे के हाथों में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का कमान दिया गया है।