BEL करेगा सपना साकार: बहुत जल्द हवा में उड़ेंगीं Smart UAV
बेंगलुरू। जी हां BEL ही अब बहुत जल्द वो सपना साकार करेगा जो कि काफी लंबे समय से वैज्ञानिकों ने अपनी आंखों में संजोया हुआ है यानी कि हवा में उड़ने वाली गाड़ियों का सपना यानी कि स्मार्ट एसयूवी।
वो इसके लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की पूरी मदद करेगा इस बात की जानकारी वनइंडिया को बीईएल के वार्षिक संवाददाता सम्मेलन बीईएल के निदेशक (आर एंड डी) Dr Ajit T Kalghatgi ने मीडिया को दी है।
क्या है स्मार्ट एसयूवी मिशन?
मानव रहित विमान यानी कि Unmanned Aerial Vehicle या UAV एक प्रकार का विमान है जिसे सैन्य अभियानों में शत्रु क्षेत्र की जानकारी लेने एवं आवश्यकता पड़ने पर आक्रमण करने के लिये उपयोग मे लाया जाता है। अन्य क्षेत्रों में इनका उपयोग जमीन और समुद्रे के उपर उड़ते हुए सर्वेक्षण करने में भी किया जाता है। चूँकि इन विमानों को रिमोट कंट्रोल के द्वारा नियंत्रित किया जाता इन्हें किसी मानव चालक की उपस्थिति की आवश्यकता नहीं होती है।
इन विमानों को ड्रोन विमान भी कहा जाता है। ड्रोन अंग्रेज़ी का एक शब्द है और इसका अर्थ नर मधुमक्खी होता है। ड्रोन और प्रक्षेपास्त्र दोनो ही रिमोट संचालित होते है पर इन दोनों मे मुख्य अंतर यह है की जहाँ मानव रहित विमान को पुनः उपयोग मे लिया जा सकता है, प्रक्षेपास्त्र केवल एक बार के उपयोग के लिये ही होता है।
नवंबर, 2009 में पहली उड़ान
डीआरडीओ की बेंगलूर स्थित एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट [एडीई] प्रयोगशाला द्वारा विकसित रुस्तम ने नवंबर, 2009 में पहली उड़ान भरी थी। एडीई निदेशक पीएस कृष्णन ने उड़ान देखने के बाद कहा कि मिशन सफल रहा और यूएवी ने सभी मानदंडों को पूरा किया। इसका वजन करीब 690 किलोग्राम है। उन्होंने बताया कि यूएवी के इंजन में ऊंची उड़ान के लिए 'लीन मिक्सचर' नियंत्रण प्रणाली का इस्तेमाल किया गया।
BEL ने निम्नलिखित एरिया में पिछले एक साल में ग्रोथ की है।
- साल 2013-14 के मुकाबले साल 2014-15 में BEL की ग्रोथ में 8 प्रतिशत की वृद्दि हुई है।
- जानकारों ने तो 38 प्रतिशत ग्रोथ बतायी है।
- शक्ति COMINT Shipborne ईडब्ल्यू प्रणाली
- मोबाइल संचार टर्मिनल