नई बहस- लड़कियों के लेगिंग पहने पर प्रतिबंध लगे या नहीं!
बेंगलुरु। हेडलाइन पढ़ते ही आपके मुंह से ये शब्द निकले होंगे, "ये क्या बकवास है.... " जी हां यह बकवास ही है, जिसने केरल में एक बड़ी बहस का रूप ले लिया है। हम बात कर रहे हैं तिरुवनंतपुरम की, जहां से यह बहस शुरू हुई और सोशल मीडिया पर फैल गई।
हुआ यूं कि केरल के जाने माने लेखक बाबू कुणीमट्टम हाल ही में अपनी कार से कहीं जा रहे थे। अचानक सामने एक लड़की दिखी, जो स्किन टाइट लेगिंग्स पहने हुए थी। ड्राइवर उसे देखने लगा और उसकी एकाग्रता भंग हो गई। और एक्सीडेंट हो गया। सड़क दुर्घटना में दो लोगों को चोटें भी आयीं। उसी के बाद बाबू कुणीमट्टम ने फेसबुक वॉल पर लिखा कि लड़कियों के लेगिंग्स पहनने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिये, क्योंकि इससे औरों का दिमाग भटक जाता है। [पढ़ें- भारतीय लड़कियों से जुड़ी वो अनसुनी बातें, जो आप पहले कभी नहीं जानते थे]
उन्होंने यह भी लिखा कि हमारे देश की संस्कृति भी ऐसे कपड़ों की इजाजत नहीं देती है। कुणीमट्टम के इस पोस्ट पर धड़ाधड़ कमेंट पड़ने शुरू हो गये। कुछ समर्थन में तो कई विरोध में। जब केरल मीडिया ने इस पोस्ट को कवर किया तो मुस्लिम एवं हिंदू संगठन भी इस बात के समर्थन में उतर आये कि लेगिंग्स पर प्रतिबंध लगा देना चाहिये।
सवाल आपसे
खराबी
लेगिंग्स
में
या
सोच
में
अब
सवाल
यह
उठता
है
कि
क्या
वाकई
में
लेगिंग्स
खराब
हैं?
सच
पूछिए
तो
देश
के
प्रत्येक
व्यक्ति
को
अपना
नजरिया
बदलने
की
जरूरत
है।
सच
पूछिए
तो
इस
प्रकार
की
बयानबाजी
कुछ
और
नहीं
बल्कि
लड़कियों
की
आजादी
पर
डाका
हैं।