चंडीगढ़ में स्कूल के बाहर बिक रहे हैं ड्रग्स वाले पराठें!
चंडीगढ़। आपने अभी तक आलू के, गोभी के और ऐसे कई तरह के पराठें खाएं होंगे और उनमें मौजूद लजीज स्वाद का लुत्फ उठाया होगा। लेकिन क्या कभी आपने ड्रग्स के पराठें सुने हैं?
नशे और ड्रग्स की महामारी से जूझते पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में आपको ड्रग्स के पराठें न सिर्फ सुनने को मिलेंग बल्कि आप देख भी सकते हैं।
इंग्लिश डेली हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक चंडीगढ़ में स्कूलों और कॉलेजों के बाहर वेंडर्स अब ड्रग्स के पराठों के जरिए बच्चों और युवाओं को नशे का आदी बना रहे हैं।
न सिर्फ पराठां बल्कि ड्रग्स को खाने-पीने के दूसरे सामानों में भी मिलाकर बच्चों को सर्व किया जा रहा है। इस पीआईएल के मुताबिक ड्रग्स को पराठों और सैंडविच में मिलाकर बच्चों को सर्व किया जा रहा है।
इस समस्या का जिक्र उस समय हुआ जब हाईकोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत और पीबी भजांतरी की बेंच के सामने ड्रग्स से जुड़ी एक पीआईएल पर सुनवाई हो रही थी।
पीआईएल पर सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने पीआईएल दाखिल करने वाले चंडीगढ़ के एनजीओ को इससे समस्या से जुड़ी और अधिक जानकारियों को एकत्र करने का आदेश दिया है।
साथ ही साथ एक कॉल सेंटर की स्थापना का आदेश भी दिया गया है ताकि लोगों को इस गैरकानूनी गतिविधि के बारे में जानकारी देकर उन्हें जागरुक किया जा सके।
सिर्फ इतना ही नहीं हाई कोर्ट ने स्कूलों और कॉलेजों को ड्रग्स के नुकसान पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार करने हेतु एक्सपर्ट पैनल की नियुक्ति का आदेश भी दिया है।