उद्धव ठाकरे ने कहा- 5 करोड़ का आर्थिक मुआवजा न तो देशभक्ति, न राष्ट्रहित में
शिवसेना ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की उस मांग का विरोध किया है, जिसमें भारतीय सेना को 5 करोड़ रुपए दान में देकर पाक कलाकारों को फिल्म में काम देने की बात कही गई है।
मुंबई। शिवसेना ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के उस प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्यिा व्यक्त की है जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी कलाकारों को फिल्मों में लेने के बाद निर्माता को सेना के वेलेफेयर फंड में 5 करोड़ रुपए दान में देने होंगे।
शिवसेना ने कहा है कि आर्थिक मुआवजे के बदले पाकिस्तानी कलाकारों को काम देना न तो राष्ट्रभक्ति है न राष्ट्रीय हित में।
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यह राष्ट्रहित में नहीं
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्स्प्रेस के अनुसार शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि 'हमने हमेशा पाकिस्तान का विरोध किया है। लेकिन अब अगर कोई यह कह रहा है कि 5 करोड़ देकर आप भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में पाक कलाकारों को ला सकते हैं, तो आप उन्हें और मौका दे रहे हैं। मेरे लिए यह कोई देश भक्ति या राष्ट्रहित में नहीं है।'
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गौरतलब है कि एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि उनकी पार्टी करण जौहर की निर्मित की गई ऐ दिल है मुश्किल के खिलाफ अपना विरोध तभी वापस लेगी जब फिल्मों में पाक के कलाकार होने पर सेना के वेलफेयर फंड में 5 करोड़ रुपए दान किया जाएगा।
फिल्म निर्माताओं ने भी कथित तौर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस के घर हुई एक बैठक में इस मांग को मान लिया है।
सेना के ऑपरेशन पर न उठायें सवाल
वहीं उद्धव ने कहा कि राजनीतिक दलों को सेना के किसी ऑपरेशन पर सवाल उठाने से पहले हमेशा राष्ट्र हित को ऊपर रखना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से सेना के किसी ऑपरेशन का श्रेय लेना अप्रिय और प्रतिष्ठा के खिलाफ है। उद्धव ने कहा कि सेना के ऑपरेशन को नकली कहना अपमानजनक है। नेताओं को भारतीय सेना के साथ खड़े रहना चाहिए।
जारी रहनी चाहिए सर्जिकल स्ट्राइक
उन्होंने कहा कि आखिर कब तक पाक अधिकृत कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा रहेगा? यह भारत का हिस्सा है।
ये जरूर पहली सर्जिकल स्ट्राइक है और ये तब तक जारी रहनी चाहिए, जब तक कि पीओके भारत का हिस्सा न बन जाए।
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उद्धव ने कहा कि जिस तरह 1971 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल में सैन्य कार्रवाई की गई थी, ठीक वैसे ही पीओके को भारत में वापस लाने के लिए कार्रवाई की जाए।