शाहरुख खान का मीडिया पर तंज, आपके एजेंडे पर क्यों बोलूं?
शाहरुख खान ने कहा है कि जब भी जरूरत होगी वो चुप नहीं रहेंगे लेकिन अपनी राय को सही प्लेटफॉर्म पर ही रखेंगे, किसी के एंजेंडे या हैशटैग ट्रेंड का हिस्सा नहीं बनने के लिए कुछ नहीं कहेंगे।
नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से शाहरुख खान लगातार चर्चाओं में हैं। उनकी फिल्म 'रईस' हाल ही में रिलीज हुई है। फिल्म के साथ-साथ लगातार दक्षिणपंथियों और कई भाजपा नेताओं के निशाने पर होने की वजह से भी शाहरुख खबरों में हैं। शाहरुख खान से इंडियन एक्सप्रेस ने लंबी बातचीत की है। इसमें शाहरुख ने खुलकर अपनी बात कही है।
इंटरव्यू आजकल संपादकीय में बदल चुका है: शाहरुख
शाहरुख ने कहा कि मीडिया पर तंज करते हुए कहा कि ''हर इंटरव्यू आजकल संपादकीय में बदल चुका है। मीडिया सेलीब्रिटी के बयानों का अपने एंजेड़े को आगे बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करता है।'' शाहरुख खान ने सोशल मीडिया के लिए कहा,''यहां पहले से ही बहुत शोर है। इसे और बढ़ाने की जरूरत नहीं है। मैं अपनी राय को सही प्लेटफॉर्म पर रखूंगा किसी एंजेंडे या हैशटैग ट्रेंड का हिस्सा नहीं बनना चाहता।''
'तीन मुस्लिम किरदार निभाने में क्या मुद्दा?'
शाहरुख ने कहा कि मीडिया में लिखा जा रहा है कि मैंने एक के बाद एक तीन मुस्लिम किरदार निभाए हैं। उन्होंने कहा कि एक एक्टर के तौर पर करण जौहर की फिल्म 'ए दिल है मुश्किल' में उनका क्या नाम था, उन्हें याद नहीं। उन्होंने कहा कि वो सिर्फ कुछ मिनट के रोल की शूटिंग के लिए रात 2 बजे से सुबह 6 बजे तक फिल्म के सेट पर गए थे।
''हम अमेरिका के हालात पर तो नहीं बोलेंगे''
हाल ही में गोल्डेन ग्लोब अवार्ड के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जमकर हमला करने वाली हॉलीवुड अभिनेत्री मेरिल स्ट्रीप की स्पीच की बाबत शाहरुख से सवाल किया गया कि भारत के अभिनेता चुप्पी क्यों साधे रहते हैं? इस पर शाहरुख ने कहा कि स्ट्रीप ने जो बोला वो अमेरिका से जुड़ा है, हमारे और उनके हालात अलग हैं तो फिर हम एक जैसी बात कैसे कह सकते हैं। शाहरुख ने कहा कि, ''भारतीय एक्टर कब बोलना शुरू करेंगे''जैसे सवाल अजीब हैं।
मंच मिलेगा तो जरूर रखूंगा अपनी बात: शाहरुख
शाहरुख ने कहा कि मेरिल स्ट्रीप की तरह ही भारतीय अभिनेताओं से बोलने को कहना या उस तरह से ना क्यों नहीं बोलते का सवाल ऐसा ही है जैसे कोई मुझसे पूछे कि मैं टाइगर वूड्स की तरह गोल्फ क्यों नहीं खेलता। स्ट्रीप की साहरुख ने तारीफ करते हुए कहा कि उन्होने यकीनन साहस का काम किया है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब ये नहीं कि हम नहीं बोलते, हमारे एक्टर और निर्देशक भी बोलते हैं। शाहरुख ने कहा कि अगर कोई मुद्दा है तो हम उस पर यकीनन बोलेंगे और पहले भी बोलते रहे हैं लेकिन किसी के एजेंडे पर नहीं। शाहरुख ने कहा, ''आप मुझे ऐसा मंच दीजिए जहां मैं अपने विचार रख सकूं ना कि आपके एजेंडे के हिसाब से बोलूं। सही मंच पर मैं बोलता रहा हूं और हमेशा बोलूंगा।''