खूंखार मोओवादी महावीर सकलानी ने रामपाल के कमांडोज़ को दी थी बम बनाने की ट्रेनिंग
हिसार। 18 दिनों तक छुप्पम-छुपाई, छह जानें और लगभग तीन सौ से ज्यादा जख्मी लोगों की कीमत अदा कर बुधवार की रात संत रामपाल को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही हाई वोल्टेज ड्रामा समाप्त हो गया। लेकिन रामपाल का ये शर्मनाक नाटक और उनका सतलोक आश्रम अपने पीछे कुछ सवाल भी छोड़ गया जिनका खुलासा पुलिस सर्च ऑपरेशन के बाद एक-एक कर कर रही है। सवाल जो उठ रहे हैं वो ये हैं कि क्या रामपाल के आश्रम में महिलाओं का यौन शोषण होता था? क्या महिलाओं की अश्लील फिल्म बनाई जाती थी? रामपाल के किन अपराधिक संगठनों और राजनेताओं से संबंध थे?
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की मानें तो रामपाल के माओवादियों से भी लिंक होने की पुष्टि हुई है। अगस्त में बिहार एसटीएफ की मदद से हरियाणा पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के एक सब एरिया कमांडर महावीर सकलानी को गुड़गांव से गिरफ्तार किया था। चौंकाने वाली बात ये है कि सकलानी पहले सतलोक आश्रम में ही रहता था। सकलानी बरवाला में स्थित रामपाल के सतलोक आश्रम के पहले नेपाल सीमा के आस-पास छुपा था जो बाद में बरवाला के इस आश्रम आकर रहने लगा था।
गौरतलब है कि पुलिस को महावीर सकलानी की मदद से आश्रम की बनावट और उसके सुरक्षा इंतजामों की जानकारी मिली थी। सकलानी ने बताया कि आश्रम के कमाडों को हथियार चलाने, पट्रोल बम बनाने आदि की ट्रेनिंग उसने ही दी थी। इतना ही नहीं महावीर ने ही आश्रम की सुरक्षा का ऐसा नक्शा तैयार किया था जिससे किसी का भी आश्रम में प्रवेश आसान नहीं था।