बड़ी बातें: नोटबंदी के बीच पहला सैलरी डे और सरकार का इम्तिहान
कैश की कमी के बीच आरबीआई ने सरकार से कहा है कि लोगों को किसी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी। सभी को जरूरत के मुताबिक नगदी निकालने की व्यवस्था की गई है।
नई दिल्ली। नोटबंदी के ऐलान के बीच आज पहली तारीख है यानी पहला सैलरी डे। कैश की कमी के बीच सरकार के लिए ये दिन किसी इम्तिहान से कम नहीं है।
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कैश की कमी से परेशान जनता को कितनी मिलेगी राहत?
नोटबंदी के 23 दिन बाद भी जिस तरह से लगातार एटीएम और बैंक में लोगों की लाइन देखी जा रही है। माना यही जा रहा है कि सैलरी डे पर लोगों की परेशानी कम होने के आसार कम ही हैं।
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कैश की कमी से परेशान लोगों को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सरकार से कहा है कि किसी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी। लोगों को ज्यादा से ज्यादा नगदी निकालने की व्यवस्था की गई है।
आरबीआई का दावा, तैयारी है पूरी
आरबीआई ने बताया कि 7 दिसंबर तक नगदी की मांग तेज रहेगी जिसे पूरा करने की कवायद तेजी से की जाएगी। इस बीच सरकारी प्रेस में 500 के नोटों की छपाई का काम तेजी से चल रहा है।
आरबीआई के दावों के बीच भी कई बैंक लगातार नगदी की कमी का रोना रो रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या लोगों को राहत मिलेगी?
500 के नए नोटों की कमी से बढ़ रही परेशानी
बैंक अधिकारियों के मुताबिक कई बैंक की ब्रांचों में 500 के नए नोटों का इंतजार है। 100 के नोटों की आपूर्ति में भी कमी आई है। इस बीच ज्यादातर लोग 2000 रुपये के नोट लेने से कतरा रहे हैं। 500 और 100 के नोटों की कमी इसकी अहम वजह है।
बैंक यूनियन ने आरबीआई से ज्यादा से ज्यादा नोटों की सप्लाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि नोटबंदी के बीच कैश की डिमांड लगातार बढ़ रही है। ऐसे में नए नोटों की जरूरत ज्यादा है।
बैंक और एटीएम में लग रही हैं लंबी लाइनें
लोगों को बैंक से एक हफ्ते में 24 हजार रुपये और 2500 रुपये एक दिन में एटीएम से निकालने की छूट दी गई है। हालांकि बैंकों में पर्याप्त कैश नहीं होने की वजह से लोगों को नगदी नहीं मिल पा रही है।
राजधानी दिल्ली में भी लोगों को कैश की कमी से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंक में दो घंटे से ज्यादा लाइन में लगने के बाद भी उन्हें पैसे नहीं मिल पा रहे हैं। जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। कई बैंकों के कर्मचारियों ने अगले कुछ दिनों के लिए पुलिस सुरक्षा की गुहार भी लगाई है।
एसबीआई की सैलरी डे पर खास तैयारी
भारतीय स्टेट बैंक ने भी कैश की कमी बात कही है। हालांकि उन्होंने कहा कि हालात से निपटने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि एसबीआई देश का सबसे बड़ा पब्लिक सेक्टर बैंक है।
एसबीआई अधिकारियों की ओर से बताया गया कि हालात को संभालने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। लोगों की समस्या से निजात के लिए हम पिछले कई दिनों से तैयारी कर रहे हैं। हमने बैंक में आने वाले लोगों को हरसंभव सहयोग की योजना बनाई है। लाइन में लगने वाले लोगों को पानी की व्यवस्था, बैठने की व्यवस्था खासतौर से की गई है।
नोटबंदी पर लोगों की परेशानी, विपक्ष ने उठाए सवाल
बता दें कि विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर नोटबंदी को लेकर अधूरी तैयारी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार ने नोटबैन तो कर दिए लेकिन उसके बाद के हालात की तैयारी नहीं की थी।
विपक्ष ने इसे जल्दबाजी में लिया गया फैसला करार दिया है। विपक्ष का कहना था कि भ्रष्टाचारियों से ज्यादा सरकार के कदम से आम आदमी को परेशानी हो रही है।