मिशन कश्मीर पर सज्जाद लोन की नरेंद्र मोदी से मीटिंग फिक्स
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। जम्मू-कश्मीर में आगामी महीने होने वाले विधानसभ चुनाव में प्रधानमंत्री और भाजपा के स्टार प्रचारक नरेन्द्र मोदी कई रैलियों को संबोधित करेंगे। वे खासतौर परघाटी में जाकर रैलियों को संबोधित करने वाले हैं ताकि कश्मीरी अवाम के बीच में भाजपा को लेकर एक बेहतर माहौल बन जाए। इस बीच, भाजपा और सज्जाद लोन की पार्टी पीपल्स कांफ्रेस में सीटों के तालमेल पर बातचीत अंतिम दौर में बताई जाती है। इसके लिये लोन की मीटिंग नरेंद्र मोदी से जल्द ही फिक्स की जायेगी।
कश्मीर मामलों के एक जानकार ने बताया कि मोदी की घाटी की रैलियों के समय और स्थान को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हालांकि मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान घाटी में एक भी रैली को संबोधित नहीं किया था। मोदी की रैलियों को लेकर भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के नेताओं से सलाह कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि मोदी की रैलियों से भाजपा को तगड़ा लाभ होगा।
इसके साथ ही, सूत्रों का कहना है कि भाजपा और सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस के बीच चुनाव से पहले तालमेल हो जाएगा सीटों के बंटवारे के सवाल पर। इसमें कोई शक नहीं है कि पीपुल्स कांफ्रेंस का कुपवाड़ा जिले की पांच सीटों पर खासा प्रभाव है। इसके नेता सज्जाद लोन पहले अलगाववादी गुट में थे और मुख्य धारा की राजनीति में हैं।
उनके पिता अब्दुल गनी लोन की हत्या 2002 में हो गई थी। लोन के भाई बिलाल गनी वर्तमान में उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के मीरवाइज उमर फारूक के साथ हैं। लोन से तालमेल के सवाल पर भाजपा नेता ओं की बातचीत हो चुकी है।
लोकसभा चुनाव में घाटी की सभी तीन सीटें जीत चुकी पीडीपी विधानसभा चुनाव में कोई चूक नहीं करना चाहती। यही कारण है कि भाजपाऔर लोन की मुलाकात ने पीडीपी आलाकमान की नींदें उड़ा दीं हैं। लोन चाहते हैं कि चुनाव के बाद उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया जाए। भाजपा फिलहाल इस शर्त को मानती नहीं दिख रही। हालांकि अंतिम फैसला होना अभी बाकी है।