बेसहारा सहारा, नामी वकील भी नहीं दिलवा पाए सहाराश्री को बेल
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सहाराश्री सुब्रत राय की बेल पर जिरह कर रहे थे कपिल सिब्बल। सबको पता है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री हैं। सुप्रीम कोर्ट के नामचीन वकील। उन्होंने कोर्ट को बताया कि सहारा समूह 18 महीनों में इनवेस्टर्स के 36 हजार करोड़ रुपये वापस करने की हालत में नहीं है।
लंबा लटकता
इसके साथ ही सहाराश्री की बेल का मसला लंबा लटकता नजर आ रहा है। उनके पक्ष में अब तक देश के करीब-करीब सभी बड़े वकील सुप्रीम कोर्ट में बेल के लिए जिरह कर चुके हैं।
जेठमलानी भी
इनमें राम जेठमलानी से लेकर अभिषेक मनु सिंघवी शामिल हैं। वे जब जेल भेजे गए थे तब उनके पक्ष में कई बार रविशंकर प्रसाद ने भी कोर्ट जिरह की थी। वे अब केन्द्रीय मंत्री हैं। सहाराश्री पिछले साल के शुरू से तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनके साथ उनकी कंपनी के कुछ आला अफसर भी जेल में हैं।
करोड़ों रुपये खर्च
सहारा समूह के राजधानी के के.जी. मार्ग स्थित दफ्तर के एक अधिकारी ने बताया कि उनका समूह सहाराश्री को कोर्ट से बेल दिलवाने के लिए वकीलों की सलाह और जिरह की फीस पर ही 50 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर चुका है।
जिन वकीलों की सहारा समूह सेवाएं ले रहा है,वे सब एक दिन का 20-25 लाख रुपये फीस के रूप में लेते हैं। यानी कि इनके पास कोई छोटा-मोटा इंसान या कारोबारी तो जाने की भी हिम्मत नहीं क सकता।