अब दिल्ली हाई कोर्ट का रुख करेंगे बीएसएफ जवान तेज बहादुर
नौकरी से बर्खास्त होने के बाद भी यूनिफॉर्म में हैं बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव और अब लेंगे कानूनी मदद। देश के बड़े वकीलों ने किया तेज बहादुर की कानूनी मदद का वादा।
नई दिल्ली। बीएसएफ ने बुधवार को खराब खाने की शिकायत करने वाले जवान तेज बहादुर यादव को नौकरी से हटा दिया था। तेज बहादुर अभी तक यूनिफॉर्म में हैं और उन्होंने अब कानून की मदद लेने का मन बना लिया है। देश के बड़े वकीलों ने भी तेज बहादुर की मदद करने का वादा किया है।
वापस लौटे अपने गांव
नौकरी से बर्खास्त होने के बाद अब तेज बहादुर यादव हरियाणा के रेवाड़ी स्थित अपने गांव वापस आ गए हैं। उनका कहना है कि वह जल्द से जल्द दिल्ली हाई कोर्ट में उन्हें बर्खास्त किए जाने वाले फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। तेज बहादुर के खिलाफ हुई एक कोर्ट मार्शल इनक्वायरी में उन्हें गलत आरोप लगाने और पोस्टिंग के दौरान अनुशासनहीनता का दोषी पाया गया था। उन्होंने जनवरी में फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में उन्होंने आरोप लगाया था कि जम्मू कश्मीर में जो जवान सीमा पर तैनात हैं उन्हें खराब क्वालिटी का खाना सर्व किया जा रहा है। उनकी बर्खास्तगी का मतलब है कि उन्हें 20 वर्ष की सर्विस पूरी हो जाने के बाद भी पेंशन का अधिकार नहीं मिलेगा। उनका कहना है कि यह एक लंबी लड़ाई है लेकिन वह इसे लड़ने के लिए तैयार हैं। तेज बहादुर के पहले वीडियो को 9.9 मिलियन लोगों ने देखा था।
अपलोड किए थे दो वीडियो
कुछ दिनों पहले ट्विटर से लेकर फेसबुक तक उनकी मौत की खबर वायरल हो गई थी। कुछ लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार बीएसएफ में खराब खाने की पोल खोलने वाले जवान तेज बहादुर की हत्या कर दी है। कुछ फोटो का एक कोलाज भी सोशल मीडिया पर शेयर किया गया जिसमें एक जवान के शव की फोटो थी और उसे तेज बहादुर बताया गया। हालांकि बाद में सामने आया कि यह पाकिस्तान का एजेंडा था। तेज बहादुर का एक और वीडियो कुछ दिनों पहले आया है। इस वीडियो में उन्होंने अपने खिलाफ साजिश का दावा किया था। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी से मांग की थी कि वह उनके मामले में इंसाफ करें। तेज बहादुर ने इस नए वीडियो में कहा था कि भ्रष्टाचार सामने लाने पर उसकी जांच की जा रही है। उन्होंने अपने वीडियो में कहा, 'मैंने अपने विभाग में भ्रष्टाचार को उजागर किया है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते थे भ्रष्टाचार से लड़ा जाए। मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे पीएम मोदी से पूछें कि उन्हें परेशान क्यों किया जा रहा है।' बताया जा रहा है कि इस वीडियो को उसके परिवार की ओर से रिलीज किया गया है। तेज बहादुरी ने लोगों से कहा है कि वे उसके खिलाफ फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें।'