कपिल सिब्बल ने RSS से पूछा- तारीख बताइए गोडसे ने कब छोड़ा था संघ
नई दिल्ली। महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को लेकर आरएसएस और कांग्रेस के बीच छिड़ा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। कोर्ट में मानहानि केस का सामना कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बचाव में उनके वकील और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने आरएसएस से गोडसे को लेकर जवाब मांगा है।
कपिल सिब्बल ने कहा,'राहुल गांधी ने यह कभी नहीं बोला कि आरएसएस ने गांधी जी को मरवाया है। उन्होंने कहा है कि आरएसएस के लोगों ने गांधी जी की हत्या की। इसमें गलत क्या है? वह पूरे संगठन को नहीं सिर्फ व्यक्ति विशेष के लिए बोल रहे हैं।' उन्होंने कहा कि अगर आरएसएस गोडसे को अपना नहीं मानता तो वह बताए कि गोडसे ने कब आरएसएस की सदस्यता से इस्तीफा दिया।
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'राहुल
गांधी
ने
नहीं
लिया
यू-टर्न'
इकॉनमिक
टाइम्स
को
दिए
इंटरव्यू
में
वरिष्ठ
कांग्रेस
नेता
ने
कहा
कि
राहुल
गांधी
ने
अपने
बयान
से
यू
टर्न
नहीं
लिया।
वह
अपने
कहे
पर
कायम
हैं।
अगर
आरएसएस
के
लोग
कहते
हैं
कि
गोडसे
संगठन
में
नहीं
थे
तो
सबूत
दें
कि
उन्होंने
कब
संगठन
छोड़ा
था।
'मोहन
भागवत
बताएं
कब
गोडसे
ने
आरएसएस
छोड़ा'
राहुल
का
बचाव
करते
हुए
उन्होंने
कहा
कि
जो
कुछ
भी
हो
रहा
है
वह
सिर्फ
राजनीति
है।
तथ्यों
को
घुमाकर
पेश
किया
जा
रहा
है
ताकि
आने
वाले
यूपी
चुनावों
में
इसका
फायदा
उठाया
जा
सके।
अगर
वे
अपने
बयान
पर
सच्चे
हैं
तो
पूरा
संघ
परिवार
मिलकर
सबूत
दे।
सिब्बल
ने
संघ
प्रमुख
मोहन
भागवत
का
नाम
लेते
हुए
कहा
कि
वे
खुद
बताएं
कि
गोडसे
ने
कब
आरएसएस
छोड़ा
था।
उन्होंने
कहा
कि
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
खुद
संघ
प्रचारक
हैं।
वह
दूसरी
जिम्मेदारियों
में
व्यस्त
हैं
तो
भागवत
ही
इसका
जवाब
दें।
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किताब
का
भी
उदाहरण
दिया
सिब्बल
ने
अपनी
बात
साबित
करने
के
लिए
'सैफ्रॉन
फैशिज्म'
नाम
की
किताब
का
उदाहरण
भी
दिया।
साल
2002
में
छपी
इस
किताब
का
हवाला
देते
हुए
उन्होंने
कहा
कि
इस
किताब
में
श्याम
चंद
ने
लिखा
है
कि
गोडसे
पर
यह
कहने
का
दबाव
डाला
गया
था
कि
वह
आरएसएस
में
नहीं
है,
क्योंकि
उस
वक्त
आरएसएस
और
खुद
गोलवलकर
पर
गांधी
जी
की
हत्या
की
वजह
से
संकट
के
बादल
मंडरा
रहे
थे।