जंगलराज रिटर्नस: बिहार में कत्लेआम के पीछे कौन?
पटना। पहले बिहार के दरभंगा में दो इंजीनियरों की हत्या। फिर बिहार के वैशाली में एक और इंजीनियर की हत्या। जिसके बाद मालदा की आग उफनते उफनते बिहार के पूर्णिया तक भी आ पहुंची, जमकर पत्थरबाजी हुई।
दो महीने में 578 हत्याएं.. मतलब बिहार में जंगलराज की वापसी?
गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। कहीं न कहीं साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बिहार को अपराध की आग में बिहार को झोंक दिया गया। लेकिन प्रशासन मूक दर्शक बनकर महज घटना की जांच का ही हवाला देता रह गया।
लोजपा नेता बृजनाथी सिंह की हत्या
लोजपा भाजपा और केंद्र में एनडीए सरकार की सहयोगी है। 5 फरवरी को पटना जिले के फतुहा थाना क्षेत्र के कच्ची दरगाह घाट के पास 55 साल के लोजपा नेता बृजनाथी सिंह की हत्या गोली मारकर कर दी गई थी।
केदार सिंह को उतारा मौत के घाट
बिहार के छपरा जिले के तरैया थाना के गंडार पुल के पास अपराधियों ने भाजपा नेता केदार सिंह की गोली मार कर हत्या की दी थी। केदार सिंह गुरुवार की शाम बाइक से मशरख के बंगरा स्थित अपनी बहन के घर गये थे। रात्रि में घर वापसी के दौरान पहले से घात लगाये अपराधियों ने गंडार पुल के निकट उनपर हमला बोल दिया और गोली मार उनकी हत्या कर दी।
यहीं नहीं रूका मौत का खेल
बिहार में मौत का खेल महज यहीं नहीं रूका। ठीक एक हफ्ते बाद बिहार बीजेपी के उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा की भी हत्या कर दी गई।इन हत्याओं के बाद बिहार की सत्ता में काबिज सत्ताधारियों पर सवालिया निशान लगने लगा है। साथ ही जनता का मानना है कि आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव जिस सुपर 30 के आधार पर बिहार को अमेरिका जैसा दिखाने की कोशिश कर रहे थे, उस बिहार में राजनीति का असली चेहरा अब साफ तौर पर देखा जा सकता है।
कुछ मामलों में हत्या की वजह रंगदारी
इनमें से कुछ मामलों में हत्या की वजह रंगदारी सामने आई। लेकिन सवाल ये उठता है कि रंगदारी के नाम पर कब तक विपक्षियों का कत्लेआम किया जाता रहेगा। इन सभी घटनाओं के साथ ही लोगों की जुबानों पर ''जंगलराज'' फिर से जिंदा होता नजर आ रहा है।
जंगलराज की वापसी तो नहीं
इन मामलों से डर के साये में जी रही बिहार की जनता तो अब यहां तक कहने लगी है कि क्या सच में ये जंगलराज का पहला चरण है। पर, जंगलराज का मतलब हत्या की आजादी से या फिर हत्या की इस श्रंखला से। हालांकि लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने सीधे तौर पर बिहार में काबिज सरकार पर निशाना साधते हुए कह दिया कि यह राज्य में जंगलराज की वापसी दिखाता है।