मोदी जी! उसने मुझे कोठे पर बेचा, सेक्स गुलाम बनाया और...
नई दिल्ली। मानव तस्करों के चंगुल से निकल कर बाहर आई 29 साल की एक लड़की ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अपने साथ हुई जुल्म की कहानी बयां किया है। उसने पीएम मोदी को बताया कि किस तरह उसे देह व्यापार के धंधे में धकेला गया और वहां उसे गुलामी करनी पड़ी। उसने पीएम मोदी से यह भी अपील की कि उसकी तरह सैकड़ों लड़कियां ऐसे ही फंसी हुई हैं उन्हें बचाया जाए। इस युवती ने रक्षाबंधन पर पीएम मोदी से मुलाकात भी की और उनकी कलाई पर राखी भी बांधा। रक्षाबंधन से ठीक एक दिन पहले महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग एमएससीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया राहतकर ने यह पत्र पीएम को सौंपा।
दो पन्नों में लिख दिया दर्द की पूरी कहानी
हिंदी में लिखे अपने दो पन्नों के पत्र में युवती ने लिखा है कि उसे तस्करी कर लाने के बाद मुंबई के एक कोठे पर बेच दिया गया जहां वह नारकीय दशाओं में छह साल रही। पत्र में उसने लिखा कि ‘‘मुझे रोज मारा पीटा जाता था और मेरे साथ जानवरों से भी बदतर सलूक होता था।
मुझे लगा मैं मर ही जाऊंगी
मैंने वहां से बाहर निकलने की सभी उम्मीदें छोड़ दी थी और यकीन था कि मैं वहीं मर जाऊंगी।'' हालांकि महिला खुशकिस्मत थी कि वह इस ‘‘काली दुनिया'' से बाहर निकलने में सफल रही और अब एक गरिमापूर्ण जीवन जी रही है।''
एनजीओ की मदद से निकल सकी बाहर
युवती ने पत्र में लिखा, ‘‘एक दिन आया जब मुंबई पुलिस ने एक एनजीओ की मदद से मुझे उस काली दुनिया से निकाला और एक नया जीवन दिया। मेरा पुनर्वास किया गया और अब मैं कपड़ों की एक दुकान में काम करती हूं।''महिला ने मोदी से अपील करते हुए कहा, ‘‘रक्षा बंधन के दिन मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि कृपया अपनी उन बहनों के रक्षक की भूमिका निभाएं जो अब भी चकलाघरों में नारकीय जीवन जी रही है''।