वाइब्रेंट गुजरात के दौरान पत्रकारों की फौज देख भाग खड़े हुए RBI गवर्नर उर्जित पटेल
अहमदाबाद। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर उर्जित पटेल उस समय भाग खड़े हुए जब उन्होंने अपने समाने पत्रकारों की फौज देखी। बुधवार (11 जनवरी) को पटेल वाइब्रेंट गुजरात के 8वें सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गांधी नगर स्थित महात्मा मंदिर गए थे। मिली जानकारी के अनुसार वहां पत्रकारों का बड़ा दल मौजूद था और पहले तल से पटेल के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे। इन सब बातों से सतर्क पटेल पत्रकारों की फौज से बच कर महात्मा मंदिर के पीछे के दरवाजे से निकल गए। इतना ही नहीं जब पत्रकार सीढ़ियों की ओर दौड़े तो पटेल भी दौड़ने लगे। पटेल, अपनी कार तक पहुंचने के लिए एक सीढ़ी से ज्यादा कूदने लगे और वो जैसे ही कार में बैठे तुरंत वो भी तेजी से चली गई।
बता
दें
कि
बीते
साल
8
नवंबर
को
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
राष्ट्र
के
नाम
संबोधन
में
500
और
1,000
रुपए
के
करेंसी
नोट
के
विमुद्रीकृत
किए
जाने
की
घोषणा
की
थी,
जिसके
बाद
से
ही
इस
फैसले
का
विरोध
किया
जाने
लगा।
इस
दौरान
आरबीआई
गवर्नर
पटेल
का
भी
खासा
विरोध
किया
गया।
नोटबंदी
के
करीब
सवा
महीने
बाद
जब
पटेल
आरबीआई
की
एक
मीटिंग
में
हिस्सा
लेने
के
लिए
पश्चिम
बंगाल
की
राजधानी
कोलकाता
गए
थे,
तो
वहां
उन्हें
काले
झंडे
दिखाए
गए
थे।पटेल
को
काले
झंडे
दिखाने
के
बाद
कांग्रेस
कार्यकर्ताओं
ने
'उर्जित
पटेल
गो
बैक,
उर्जित
पटेल
हाय,
हाय'
के
नारे
लगाए
गए
थे।
इस
दौरान
इसके
साथ
ही
बंगाल
में
सत्ता
धारी
दल
तृणमूल
कांग्रेस
ने
भी
पटेल
के
दौरे
के
दौरान
विरोध
प्रदर्शन
किया
था।
TMC
ने
आरबीआई
के
क्षेत्रीय
कार्यालय
के
समक्ष
नई
करेंसी
की
समुचित
सप्लाई
न
कर
पाने
पर
उनके
खिलाफ
प्रदर्शन
किया
था।
उर्जित,
बैंक
की
बोर्ड
मीटिंग
में
हिस्सा
ले
रहे
थे।
RBI
के
क्षेत्रीय
कार्यालय
पर
TMC
कार्यकर्ताओं
ने
पटेल
को
काले
झंडे
दिखाए
थे।
उनकी
मांग
थी
कि
विमुद्रीकरण
के
फैसले
को
वापस
लिया
जाए।
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