रामनाथ कोविंद बोले- सोचा नहीं था,सर्वे भवन्तु सुखिन के भाव के साथ देश की सेवा करूंगा
जीत के एलान के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी का एहसास हो रहा है, बचपन की यादें आ रही है जब मैं पैतृक गांव में रहता था।
नई दिल्ली। रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं रामनाथ कोविंद को अपनी प्रतिद्वंदी मीरा कुमार से दोगुने मत मिले हैं। अपनी जीत का एलान होने के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति बनने के बारे में ना कभी नहीं सोचा था साथ ही उन्होंने कहा 'मुझे यह जिम्मेदारी दी जानी उस हर व्यक्ति के लिए उदाहरण है जो ईमानदारी से मेहनत करता है'।
राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए रामनाथ कोविंद ने कहा, 'यह मेरे लिए भावुक क्षण हैं।'इस पद पर रहते हुए संविधान की रक्षा करना मेरा कर्तव्य होगा साथ ही उन्होंने कहा कि सर्वे भवन्तु सुखिन के भाव के साथ देश की सेवा करूंगा।
वहीं जीत के एलान के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी का एहसास हो रहा है, बचपन की यादें आ रही है जब मैं पैतृक गांव में रहा था, फूस की बनी घर में सभी भाई-बहन बारिश से बचने के लिए एक कोने में खड़े होकर बारिश के रुकने का इंतजार करते हैं,क्योंकि फूस की छत तेजी बारिश को सह नहीं पाती है। देश में मेरे जैसे कई रामनाथ कोविंद को जो शाम में भोजन मिल जाए इसके लिए जीतोड़ मेहनत करते हैं। आज मुझे उनसे कहना है कि प्रोढ़ का गांव प्रतिनिध राष्ट्रपति बनकर राष्ट्रपति भवन में जा रहा है। इस पद के लिए चुना जाना कभी नहीं सोचा था, अपने समाज के प्रति काम को लेकर यहां तक पहुंचा हूं। देश के सभी लोगों को नमन करते देश सेवा का संकल्प लेता हूं। सभी प्रतिनिधियों को धन्यवाद करते हैं।