जेल में तलवार दंपत्ति की 'ओपीडी' में मरीज कैदियों की लगती है लंबी कतार
गाजियाबाद।
डासना
जेल
में
बेटी
आरुषि
की
हत्या
के
जुर्म
में
उम्रकैद
की
सजा
काट
रहे
तलवार
दंपत्ति
बंदी
मरीजों
की
पहली
पंसद
बन
चुके
हैं।
तलवार
दंपत्ति
की
दांतों
की
ओपीडी
बहुत
अच्छी
चल
रही
है।
जेल
अधीक्षक
ने
बताया
कि
डॉ.
नूपुर
तलवार
महिला
बंदियों
का
इलाज
करती
है
तो
डॉ.
राजेश
तलवार
पुरुष
बंदियों
का
इलाज
करते
हैं।
उन्होंने
बताया
कि
बंदियों
के
दांतों
की
जांच
कराने
के
लिए
जेल
में
ऐलान
किया
जाता
है।
ऐलान
के
बाद
बंदियों
की
लंबी
लाइन
लग
जाती
है।
ओपीडी
के
बाद
खाली
समय
में
दोनों
बंदियों
को
पढ़ाते
भी
हैं।
रोजाना
काम
करने
के
एवज
में
दंपति
को
60
रुपये
मिलते
हैं।
तलवार दंपति डासना जेल में बंदियों के दांतों का इलाज कर रहे हैं। इलाज के लिए दोनों बंदियों की पहली पसंद बन गए हैं। जेल के कर्मचारी भी तलवार दंपति से ही इलाज कराना पसंद करते हैं। आलम यह है कि डॉ. राजेश तलवार की ओपीडी में रोजाना लगभग 20 मरीज आते हैं। तलवार दंपति ने जेल में काम करने के बदले दी जाने वाली कमाई को भी दान देने की घोषणा की है।
आरुषि की हत्या के मामले में सजा काट रहे तलवार दंपति को डासना जेल में गुरुवार को एक साल पूरा हो गया। जेल अधीक्षक का कहना है कि शुरुआत में दोनों कुछ समय तक तनाव में रहे थे लेकिन अब वो पूरी तरह जेल प्रशासन से घुल-मिल गए हैं।