मुश्किल में पड़ सकते हैं रॉबर्ट वाड्रा, CBI करेगी बीकानेर लैंड डील की जांच
जयपुर। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीन से जुड़े मामले में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। राजस्थान सरकार ने बीकानेर महाजन फील्ड फायरिग रेंज में हुए जमीन घोटाले से जुड़े सभी 18 मुकदमों की जांच सीबीआई से कराने के लिए केंद्र सरकार से सिफारिश की है।
हालांकि 3 साल पूर्व ही वसुंधरा सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था। जिसने रॉबर्ट वाड्रा को निर्दोष बताया था। दरअसल साल 2014 में प्रदेश की भाजपा सरकार बनने के बाद बीकानेर में जमीनों के फर्जी आवंटन के 16 केस गजनेर और दो केस कोलायत पुलिस थाने में वर्ष 2014 में दर्ज हुए हैं।
इनमें चार केस कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा की कंपनी से जुड़े हैं। पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ कोर्ट में चालान तो पेश कर दिया, लेकिन जांच 173 (8) में पेंडिंग रखी गई है। अब राजस्थान सरकार द्वारा मामलों की जांच सीबीआई को सौंपने के राजनीति मायने निकाले जा रहे हैं।
इससे गांधी, वाड्रा और कांग्रेस की मुसीबत बढ़ सकती है। ऐसी चर्चाएं हैं कि अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और गांधी परिवार को घेरने के लिए भाजपा के पास ये एक बड़ा मुद्दा होगा क्योंकि इस मामले पर भाजपा के आरोपों का जवाब देना कांग्रेस के लिए मुश्किल हो सकता है।
क्या है पूरा मामला
यह घोटाला राजस्थान के बिकानेर के कोलायत क्षेत्र की भूमि का है। यह जमीन उन लोगों को दी जाने वाली थी जो आर्मी महाजन फील्ड फायरिंग रेंज से विस्थापित किए गए थे। इस कथित घोटाले की शिकायत स्थानीय तहसीलदार द्वारा किए जाने के बाद राज्य की पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इसी एफआईआर का संज्ञान लेते हुए ईडी ने 2015 में आपराधिक मामला दर्ज किया था। वाड्रा इस मामले में किसी भी गलत काम से इंकार करते रहे हैं जबकि कांग्रेस इसे सरासर राजनीतिक बदला करार देती रही है।