तीन दिन में इन तीन हादसों की वजह से इस्तीफा देने को मजबूर हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट करके बताया कि मैंने प्रधानमंत्री से मुलाकात करके हादसे की नैतिक जिम्मेदारी अपने ऊपर ली है।
नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करके इस्तीफे की पेशकश की है। माना जा रहा है कि जिस तरह से पिछले तीन दिन में तीन रेल हादसों के बाद सुरेश प्रभु ने इस्तीफे की पेशकश की है। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट करके बताया कि मैंने प्रधानमंत्री से मुलाकात करके हादसे की नैतिक जिम्मेदारी अपने ऊपर ली है। प्रधानमंत्री ने मुझसे अभी इंतजार करने के लिए कहा है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि वो रेल दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले यात्रियों और घायलों को लेकर काफी दुखी हैं। एक नजर उन रेल हादसों पर जिनकी वजह से सुरेश प्रभु ने इस्तीफे की पेश की है...
23 अगस्त 2017: तमिलनाडु के विल्लुपुरम में हादसा
तमिलनाडु के विल्लुपुरम में रेल हादसा हुआ है। यहां एक ट्रेन की टक्कर एक ट्रैक्टर से हो गई। इस हादसे में कितने लोग घायल हुए हैं इसका आंकड़ा अभी नहीं आया है। ये भी जानकारी नहीं मिली है कि ये हादसा कैसे हुआ है। पिछले तीन दिन में ये तीसरी रेल दुर्घटना है।
23 अगस्त 2017: कैफियत एक्सप्रेस हुई हादसे का शिकार
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में बुधवार देर रात कैफियत एक्सप्रेस के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए। आजमगढ़ से दिल्ली आ रही इस ट्रेन के हादसे के शिकार होने के कारण कम से कम 74 लोग घायल हो गए। यूपी में पिछले कुछ दिनों के अंदर यह दूसरी बड़ी ट्रेन दुर्घटना है।
19 अगस्त 2017: उत्कल कलिंग एक्सप्रेस हादसा
19 अगस्त को उत्कल कलिंग एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी। मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए इस हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई थी जबकि तकरीबन 150 लोग जख्मी हो गए। इस हादसे में रेल अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। रेलमंत्री ने इस मामले में रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारियों पर कार्रवाई की।