राहुल गांधी, ममता बनर्जी ने नोटबंदी को लेकर साधा नरेंद्र मोदी पर निशाना, कहा देश को जवाब दें
कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों ने ओपोजिशन मीट में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी ने देश को बर्बादी के कगार पर धकेल दिया है।
नई दिल्ली। नोटबंदी के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने की कवायद में जुटी कांग्रेस पार्टी का पूरा जोर विपक्ष को जोड़ने पर है। कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों ने आज दिल्ली के कॉन्सटीट्यूशन क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेस कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस द्वारा नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष को एकजुट करने के इरादे से बुलाई गई विपक्ष दलों की इस बैठक को 'ओपोजिशन मीट' का नाम दिया गया है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्ष की बैठक के दौरान कहा कि नोटबंदी से गरीब और किसान को चोट लगी है। किसान और गरीब बहुत दुखी हैं, उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। राहुल ने कहा कि 30 तारीख आने वाली है लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। मोदी जी कहते थे कि 30 दिसबंर के बाद हालात ना सुधरे तो मैं जवाबदेह हूं, अब क्या मोदी जी जवाब देंगे। राहुल ने कहा कि आतंकवाद और भ्रष्ट्राचार जैसे जो लक्ष्य नोटबंदी के बताए गए थे, वो सब फेल हुए हैं। नोटबंदी ने सिवा परेशानियों के कुछ भी देश को नहीं दिया है। पीएम मोदी पर रिश्वत के आरोप की बात दिस डायरी के आधार पर की जा रही है, उसमें दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शाली दीक्षित का भी नाम होने की बात पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर शीला दीक्षित के खिलाफ कोई भ्रष्टाचार के मामले का आरोप है तो वो जांच के लिए तैयार हैं क्या पीएम भी अपनी जांच को तैयार हैं।
ममता
बनर्जी-
पश्चिम
बंगाल
की
मुख्यमंत्री
ममता
बनर्जी
ने
कहा
कि
आजादी
के
बाद
इतना
बड़ा
स्कैम
कभी
नहीं
हुआ,
जितना
नोटबंदी
में
हुआ
है।
उन्होंने
कहा
कि
मोदी
जी
कहते
थे
कि
अच्छे
दिन
ले
आएंगे
लेकिन
जेब
का
पैसा
ही
छीन
लिया।
ये
कैसे
अच्छे
दिन
है।
गरीब
लोगों
का
पैसा
लूटकर
अमीरों
को
दिया
जा
रहा
है।
उन्होंने
कहा
कि
नोटबंदी
के
बाद
देश
20
साल
पीछे
चला
गया
है,
किसान
फसल
नहीं
बो
पाया।
जूट
इंडस्ट्री
बंद
है।
चाय
बागानों
में
का
नहीं
हो
पा
रहा
है।
ममता
ने
कहा
कि
50
दिन
में
मोदी
जी
ने
सब
ठीक
होने
की
बात
कही
थी
लेकिन
सब
परेशानियां
ज्यों
का
त्यों
है।
बनर्जी
ने
नरेंद्र
मोदी
को
निशाना
बनाते
हुए
कहा
कि
हम
आपकी
तरह
दंगा
फसाद
करके
आग
लगाना
नहीं
चाहते,
हमने
47
दिन
से
प्रदेश
की
कानून
व्यवस्था
को
संभाला
है
लेकिन
बताइए
कि
50
दिन
में
से
47
दिन
में
कुछ
नहीं
सुधरा
तो
तीन
दिन
में
क्या
हो
जाएगा।
उन्हंने
कहा
कि
अच्छे
दिन
के
नाम
पर
किसान,
मजदूर
गरीब
को
मोदी
जी
ने
लूट
लिया।
50
दिन
में
सब
ठीक
ना
हुआ
तो
क्या
मोदी
जी
इसकी
जिम्मेदारी
लेंगे।
उन्होंने
कहा
कि
विदेशों
से
तो
एक
रुपया
वापस
नहीं
आया
लेकिन
गरीब
का
पैसा
छीन
लिया।
पढ़ें-
नोटबंदी
पर
विपक्ष
को
एकजुट
करने
की
कांग्रेस
की
कवायद
को
झटका,
इन
दलों
को
खुद
को
बैठक
से
अलग
किया