नोटबंदी के बाद अब ऑनलाइन कैश ट्रांसफर के जरिए जिस्म बेच रही हैं कॉलगर्ल्स
देह-व्यापार निरोधी दस्ते (एंटी वाइस स्कावड) की एक विशेष टीम ने हाल ही में युवती को मुक्त कराया है जिसे बाद में एक अदालत में पेश किया गया।
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद से पूरे देश में 500 और 1000 के पुराने नोटों को खपाने की होड़ लगी हुई है। बात अगर कारोबार की करें तो इसका असर बड़े पैमाने पर देखने को मिल रहा है। लेकिन एक कारोबार ऐसा है जहां नोटबंदी का असर बिल्कुल नहीं है। जी हां यह दुनिया का सबसे पुराना करोबार है जिसे जिस्म का करोबार कहा जाता है। चेन्नई में पुलिस ने एक हाईफाई सेक्स रैकेट का खुलासा किया है जो ऑनलाइन कैश ट्रांसफर पर कॉलगर्ल मुहैया कराते थे।
रेडलाइट एरिया में वेश्याओं ने दिया खुला ऑफर- मेरे साथ वक्त बिताओ, 1000-500 के नोट दे जाओ
आपको बता दें कि जिस्मफरोशी का करोबार अकसर नकद पर होता है। पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड करते हुए पॉश होटल से एक महिला को मुक्त कराया है। जानकारी के मुताबिक देह-व्यापार निरोधी दस्ते (एंटी वाइस स्कावड) की एक विशेष टीम ने हाल ही में युवती को मुक्त कराया है जिसे बाद में एक अदालत में पेश किया गया। युवती ने इस रैकेट के संचालन के बारे में कई सनसनीखेज खुलासे किए। अब पुलिस रैकेट के संचालक मोहन सिंह की तलाश कर रही है।
तस्वीरों में देखें भारत के 10 बदनाम बाजार जहां धडल्ले से होता है जिस्म का सौदा
पुलिस ने बताया कि रैकेट का संचालक मोहन सिंह व्हाटस ऐप सहित सोशल मीडिया के जरिए ग्राहकों को लुभाता था। पुलिस ने बताया कि मोहन सिंह पहले ग्राहकों से मोबाइल पर संपर्क स्थापित करता था और फिर व्हॉट्सऐप और फेसबुक के जरिये लड़कियों की तस्वीरें भेजता था। सौदा तय जाने पर मोहन ग्राहक को उसके द्वारा बताई जगह पर बुलाया जाता था। इसके बाद उसे लड़की उपलब्ध करा देता था।