मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकरम इबोबी सिंह का राजनीतिक सफर
2012 के चुनाव में 60 में से 42 सीट जीतने वाली कांग्रेस एक बार फिर इबोबी सिंह की अगुवाई में सरकार बनाने के लिए कमर कस चुकी है। इबोबी चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की रेस में हैं।
नई दिल्ली। मणिपुर में इस समय अगर राजनीति के मैदान का सबसे माहिर खिलाड़ी किसी को कहा जा सकता है, तो वो हैं मुख्यमंत्री ओकरम इबोबी सिंह। ओकरम सिंह 2002 से प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। 2002 के बाद 2007 और फिर 2012 में उनका अगुवाई में कांग्रेस विधानसभा चुनाव जीतकर सरकार बना चुकी है। 2012 के चुनाव में 60 में से 42 सीट जीतने वाली कांग्रेस चौथी बार इबोबी सिंह की अगुवाई में सरकार बनाने के लिए कमर कस चुकी है।
आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता इबोबी सिंह कांग्रेस पार्टी का चेहरा हैं। 68 साल के ओकरम इबोबी सिंह मणिपुर में लगातार विद्रोहियों के निशाने पर रहते हैं और उन पर कई बार जानलेवा हमले भी हो चुके हैं। 2006 और 2008 और 2016 में उनको मारने की कोशिश की जा चुकी है लेकिन हमलावर कामयाब नहीं हो सके। विद्रोहियों के निशाने पर रहने वाले इबोबी जनता पर मजबूत पकड़ रखते हैं।
इबोबी आर्थिक तौर पर एक कमजोर परिवार में पैदा हुए। मणिपुर के थौबल जिले में पैदा हुए इबोबी वह अपने आठ भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। बचपन में मुश्किलों के बावजूद इन्होने इम्फाल के डी एम कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की, बाद में उन्होंने राजनीति का रुख किया और कांग्रेस में आ गए। 2002 के विधानसभा चुनावों में जीत के बाद उन्हें कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया और वो मुख्यमंत्री बने जिसके बाद से लगातार तीन बार वो मुख्यमंत्री बन चुके हैं। इस बार लगातार चौथी बार वो मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर मैदान में हैं।