मेघालय में गृहमंत्री के घर तक पहुंची सेक्स रैकेट की आंच, बेटे के नाम चल रहे गेस्ट हाउस के खिलाफ जांच
मार्वेलीन इन नाम का गेस्ट हाउस राज्य के गृहमंत्री लिंगदोह का बेटा नथानील ऑस्बर्ट रिंबाई चलाता है। शिलांग के एसपी ने कहा, 'हमने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है और दो अन्य की तलाश कर रहे है।'
शिलांग। मेघालय के गृहमंत्री एचडीआर लिंगदोह के परिवार के एक गेस्ट हाउस में हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाए जाने का खुलासा होने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों को आशंका है कि इस रैकेट में कई असरदार लोगों का नाम सामने आ सकता है। 6 जनवरी को पुलिस ने तीन हफ्तों की खोजबीन के बाद निर्दलीय विधायक जूलियस कितबोक डोरफांग को गुवाहाटी से गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने बताया कि 14 साल की लड़की ने 16 दिसंबर को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे शिलांग के रिलबांग स्थित मार्वेलीन इन गेस्ट हाउस में कई बार ले जाया गया और अलग-अलग लोगों के सामने 'परोसा' गया।
राज्य के गृहमंत्री के बेटे के नाम है गेस्ट हाउस
नाबालिग लड़की ने बताया कि विधायक डोरफांग ने कम से कम दो बार उसके साथ रेप किया है। एक बार शहर के मोतीनगर स्थित एक गेस्ट हाउस में और दूसरी बार राजधानी से करीब 12 किलोमीटर दूर एक रिसॉर्ट में भी दरिंदगी की। मार्वेलीन इन नाम का गेस्ट हाउस राज्य के गृहमंत्री लिंगदोह का बेटा नथानील ऑस्बर्ट रिंबाई चलाता है। शिलांग के एसपी विवेक साइम ने कहा, 'हमने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है और दो अन्य की तलाश कर रहे हैं जो फरार चल रहे हैं। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें मार्वेलीन इन का एक कर्मचारी भी शामिल है और हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या गेस्ट हाउस के मालिक और मैनेजमेंट भी तो इस रैकेट में शामिल नहीं है।' अधिकारियों ने बताया कि उन्हें जिन लोगों की तलाश है उनमें से एक सेना का जवान है। READ ALSO: जयपुर में लड़की ने प्रेमी के साथ मिलकर रची गैंगरेप की झूठी कहानी
बाल अधिकार आयोग ने दर्ज कराई शिकायत
मेघालय राज्य बाल अधिकार रक्षा आयोग (MSCPCR) की अध्यक्ष मीना खारकोंगोर ने इस मामले में कई एफआईआर दर्ज कराई हैं। उन्होंने कहा, 'इस मामले में कई अहम लोगों के नाम सामने आने बाकी हैं। जांच में इसका खुलासा होगा और कई अन्य लड़कियां भी इस रैकेट का शिकार हो सकती हैं। उनके बारे में भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है।' इस मामले अब तक छह केस दर्ज किए जा चुके हैं। सेक्स रैकेट को लेकर सात एफआईआर दर्ज कराई गई हैं जिनमें से एक खुद पीड़िता ने दर्ज कराई है। इस मामले में मानव तस्करी और पॉक्सो के तहत केस दर्ज किया गया है। शिलांग के दो एनजीओ ने भी मामले को लेकर मार्वेलीन इन के मैनेजमेंट और मालिक के खिलाफ ज्वाइंट एफआईआर दर्ज कराई है। MSCPCR ने अपनी एफआईआर में तीन गेस्ट हाउस के नाम लिखे हैं जहां उत्पीड़न हुआ। READ ALSO: पति ने नाबालिग पत्नी को नोटिस भेजकर कहा- मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाओ
16 दिसंबर को पुलिस के पास पहुंची थी लड़की
मार्वेलीन इन के मालिक रिंबाई ने सेक्स रैकेट के बारे में किसी तरह की जानकारी से इनकार किया है। उन्होंने कहा, 'मुझे मैनेजर ने बताया है कि पुलिस एक वेटर को उठाकर ले गई है। उस पर लड़की को गेस्ट हाउस में लाने का आरोप है। गिरफ्तार वेटर के अलावा बाकी किसी को लड़की के एक कमरे में होने की जानकारी नहीं थी।' बता दें कि 16 दिसंबर को नाबालिग लड़की ने पुलिस से संपर्क किया था और आरोप लगाया था कि उसका यौन उत्पीड़न हुआ है। लड़की ने बताया था कि एक दिन पहले ही उसे मार्वेलीन इन ले जाकर एक शख्स के हवाले कर दिया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित लड़की ने जानकारी दी है कि उसे गेस्ट हाउस में लेकर जाने वाली एक महिला थी। महिला का नाम मामोना प्रवीण बताया जा रहा है और उसके पति का नाम संदीप बिस्वा है।
गोद दिलाने के बहाने घर से लाई थी एक महिला
पीड़िता के मुताबिक उसे शाम करीब 8 बजे से 9 बजे के बीच 15 दिसंबर को गेस्ट हाउस ले जाया गया था। गेस्ट हाउस में वेटर उषा देबबर्मन उसे एक कमरे मे लेकर गई थी और मदन बहादुर थापा नाम के शख्स के हवाले किया था। पुलिस के मुताबिक लड़की ने वेटर की पहचान खुद की है। प्रवीण और बिस्वा को 17 दिंसबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि थापा को शिलांग के झालुपुरा से गिरफ्तार किया गया। लड़की ने बताया कि उसकी मां कई साल पहले मर चुकी है। वह अपने पिता और सौतेली मां के साथ गांव में रहती थी। वह तीसरी कक्षा तक पढ़ी है और अपनी सौतेली मां के चार बच्चों की देखभाल करती थी। एक साल पहले उसे रेनू बोरा नाम की महिला उसे एक परिवार को गोद देने के लिए शिलांग लेकर आई थी। जब पहली महिला ने उसे रखने से इनकार कर दिया तो रेनू उसे मामोनी के हवाले कर दिया। मामोनी ने न सिर्फ अपने घर बल्कि कई गेस्ट हाउस और होटलों में भी उसे ग्राहकों के पास भेजा। वह उनसे मोटी रकम वसूलती थी।