विश्व बैंक की रिपोर्ट में भारत की खराब रैंकिंग की वजह पता करेंगे पीएम मोदी
भारत को इज ऑफ बिसनेस के मामले में 190 देशों में 130वां स्थान प्राप्त हुआ है। लेकिन प्रधानमंत्री ने भारत को टॉप 50 में लाने का लक्ष्य बनाया है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में आने के साथ ही बिजनेस को आसान करने के लिए लगातार कोशिशें कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से वर्ल्ड बैंकिंग रिपोर्ट ने इज ऑफ बिजनेस की रैंकिंग में भारत को 130वां स्थान दिया है उसने पीएम मोदी की चिंता बढ़ा दी है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने अपने प्रशासनिक अधिकारियों को भारत की इस रैंकिंग की वजह पता लगाने को कहा है। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से इस बारे में जानकारी मांगी है। जिसमें कैबिनेट सेक्रेटरी प्रदीप कुमार सिन्हा अहम हैं जोकि एक विस्तृत रिपोर्ट इस बाबत बनाकर मंत्रालय को देंगे।
भारत को इज ऑफ बिसनेस के मामले में 190 देशों में 130वां स्थान प्राप्त हुआ है। लेकिन प्रधानमंत्री ने भारत को टॉप 50 में लाने का लक्ष्य बनाया है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पिछली बार हमारी रैंकिंग 131 थी जोकि अब 130 है, जिसपर उन्होंने चिंता जताई है।
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निर्मला सीतारमण ने कहा हम इस रैंकिंग से काफी हताश हैं, विश्व बैंक की डेडलाइन के बाद भारत ने कई अहम कदम उठाएं हैं। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक ने राज्यों द्वारा उठाए गए कई कदमों को अपनी रिपोर्ट में शामिल नहीं किया है।
हालांकि भारत ने बिजली की आपूर्ति, कॉटैक्ट की दिक्कतों के मामले में काफी सुधार किया है। विश्व बैंकिंग की इस रिपोर्ट को सरकार ने खारिज नहीं किया है क्योंकि हाल ही में प्रधानमंत्री ने विश्वबैंक की रैंकिंग का जिक्र कई बार अपने भाषण में किया था।
आपको बता दें कि पिछले साल भारत की रैंकिंग 144 से सुधरकर 131 पहुंच गई थी। भारत को 13 स्थान का फायदा हुआ था। प्रधानमंत्री ने कहा था कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में हमारी सरकार ने काफी अच्छा काम किया है। प्रधानमंत्री ने 10 दिन पहले ब्रिक्स समिट में भी इस बात का जिक्र किया था।