सोच बदलो, बेटी को गर्भ में मार दोगे तो बेटे के लिए बहू कहां से लाओगे: मोदी
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को हरियाणा के पानीपत से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की शुरूआत की। अपने संबोधन में नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में एक हजार बालक पैदा हों तो, एक हजार बालिका भी पैदा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं मां-बाप से पूछता हूं कि बेटी पैदा नहीं होगी तो बहू कहां से लाओगे? बेटी को पढ़ाने से पहले 50 बार क्यों सोचते हैं?
ऐसी योजना हालांकि कई राज्यों में पहले से चल रही है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर अभियान में शामिल किए गए 72 रथों को हरी झंडी दिखाई, जिसके जरिए उन इलाकों में कन्या को बचाने की जरूरत को लेकर जागरूकता फैलाई जाएगी, जहां लिंगानुपात अंसतुलित है।
अभियान की शुरुआत हरियाणा से करने की वजह से इसका देश का सबसे विषम लिंगानुपात वाला राज्य होना है। देश के लिंगानुपात के मामले में सबसे विषम 100 जिले में 12 हरियाणा में हैं।
सबसे विषय लिंगानुपात वाले 100 जिलों में शुरू किए जा रहे अभियान के जरिए लोगों को लड़कियों की सुरक्षा व शिक्षा, कन्या भ्रूणहत्या की रोकथाम और महिला सशक्तीकरण के प्रति जागरूक किया जाएगा।
मोदी के संबोधन से पहले जानी-मानी एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित ने लड़कियों की शिक्षित करने पर जोर देते हुए कहा कि बेटे-बेटियों में भेदभाव न करें। उन्होंने कहा कि लड़कियों की गिरती संख्या खतरे की निशानी है। इसे रोकना होगा। आपको बता दें कि माधुरी दीक्षित राष्ट्रीय योजना 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ ' की शुरुआत के अवसर पर प्रधानमंत्री की मौजूदगी में सभा को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने कभी उन्हें भाइयों से कम नहीं समझा। उम्मीद है कि दूसरे घरों में भी ऐसा ही होगा। उल्लेखनीय है कि माधुरी दीक्षित इस अभियान की ब्रांड एम्बेसडर हैं।