क्या आप जानते हैं हर दिन कितनी चिठ्ठियां आती हैं पीएम मोदी के घर?
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। देश में परिवर्तन की लहर चल पड़ी है। हर नागरिक की आशा नरेंद्र मोदी के साथ जुड़ चुकी है। हर कोई अपनी समस्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहता है और इसका सबसे बेहतरीन माध्यम चिठ्ठी है। मोदी से पहले जितने भी प्रधानमंत्री रहे उनके पास एक दिन में अधिकतम 500 से ज्यादा चिठ्ठियां कभी नहीं आयीं। क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मोदी के पास हर रोज कितने पत्र आते होंगे?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आवास 7 रेस कोर्स पर हर रोज करीब दो हजार खत आते हैं। पहले कभी किसी प्रधानमंत्री के दौर में उसके आवास पर इतने खत नहीं आए। जानकारों ने बताया कि इनमें से 75 फीसद पोस्ट कार्ड होते हैं।
7 रेस कोर्स पर आने वाले खत देश के चप्पे-चप्पे से आते हैं। पहले प्रधानमंत्री के पास आने वाले सारे पत्र राजधानी के निर्माण भवन के डाकघर में आते थे। यहां से उन्हें बाद में छांट कर प्रधानमंत्री आवास भेजा जाता था। करीब पाँच साल पहले अब प्रधानमंत्री के लिए आने वाले पत्र सीधे पीएमओ या उनके आवास में पहुंचा दिए जाते हैं।
पीएम का एड्रेस
वैसे तो पीएम का पता श्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, 7 रेसकोर्स रोड, नई दिल्ली है। लेकिन सैंकड़ों चिठ्ठियां ऐसी आती हैं, जिनमें पूरा पता तक नहीं लिखा होता है। अगर आपकी चिठ्ठी में सिर्फ प्रधानमंत्री लिखा है, तो भी डाकिया आपके पत्र को 7 आरसीआर ही पहुंचा देंगे। ऐसा हो भी रहा है। तमाम चिठ्ठियों में पते में सिर्फ इतना लिखा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नई दिल्ली।
आंदोलन से जुड़े लोग
डाक तार विभाग के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री के पास आने वाली चिट्ठियों में लोग अपनी निजी समस्याओं से लेकर देश-दुनिया के मसलों को उठाते हैं। कई बार किसी आँदोलन से जुड़े लोग एक-साथ सैकड़ों पत्र प्रधानमंत्री आवास पर भेजते हैं ताकि उनकी बात का नोट लिया जाए। सब पत्रों को देखा जाता हैं। अगर जरूरत हो तो उन पर एक्शन भी होता है।
क्यों भेजते पत्र
दिल्ली विधान सभा में अकाली दल के विधायक जितेन्द्र सिंह शंटी कहते हैं मोदी के आवास पर पत्र इसलिए जनता भेज रही क्योंकि उन पर लोग भरोसा करने लगे हैं। उन्हें बाकी नेताओं की तरह नहीं मानते।