जलवायु परिवर्तन को लेकर हम चिंतित हैं लेकिन किसी देश के दबाव में नहीं हैं- पीएम मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ साझा बयान में पत्रकारों के सवालों के जवाब दिये। इस मौके पर जलवायु परिवर्तन के सवाल पर प्रधानमंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि अमेरिका और चीन के बीच हुए जलवायु परिवर्तन समझौते से भारत दबाव में नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत एक स्वतंत्र देश है और किसी भी देश के दबाव में नहीं है।
मोदी ने कहा कि मैं समझता हूँ, चीन और अमेरिका में जो जलवायु परिवर्तन के सम्बन्ध में जो समझौता हुआ है , उसका भारत पर कोई दबाव है क्या? भारत एक स्वतंत्र देश है उस पर न किसी देश का, न किसी व्यक्ति का दबाव काम आता है।
उन्होंने कहा कि दबाव है लेकिन इस बात का दबाव है कि हम भावी पीढ़ी को कैसी पृथ्वी देना चाहते हैं। जलवायु परिवर्तन अपने आप में एक बहुत बड़ा दबाव है। ग्लोबल वार्मिंग अपने आप में ही एक बड़ा दबाव है। उन्होंने कहा कि जिसके भी दिल में भावी पीढ़ी के लिए चिंता है, आने वाली पीढ़ियों के लिए चिंता है, उनका ये दायित्व बनता है कि वे आज इस जलवायु परिवर्तन के सम्बन्ध में जागरूक बने।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम उन रीतियों-नीतियों को अपनाये ताकि हम भावी पीढ़ी को एक अच्छी जिंदगी दे सकें , अच्छा वातावरण दे सकें , और मैं मानता हूँ ये दबाव हर देश में होना चाहिए। हर सरकार पर होना चाहिए, हर व्यक्ति पर होना चाहिए और उसी दबाव को हम समझ पाते हैं और उसी दबाव का हम जवाब देते हैं।